BHARATTV.NEWS ; CHITRA: हूल दिवस की पूर्व संध्या पर देवघर जिले के चितरा कोयलांचल के आसनबनी पंचायत अंतर्गत मोढ़ाबारी गांव में बुधवार को संथाल विद्रोह के नायक सिद्धो, कान्हो, चांद व भैरव याद किए गए।
इस अवसर पर संथाल विद्रोह के नायक सिद्धो व कान्हो की प्रतिमा पर नवनिर्वाचित जिपस आशा देवी, मजदूर नेता चांदो मंडल, मुखिया रसोदी किस्कू, हेमलाल मरांडी, आलेश्वर मुर्मू, प्रसादी दास समेत दर्जनों लोगों ने माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मौके पर मजदूर नेता चांदो ने कहा कि हमारा देश गुलामी की जंजीर में जंकड़ा हुआ था। अंग्रेजों के शोषण से तंग आकर उसके विरोध में संताल एकजुट हो गए और क्रांति का शंखनाद कर दिया। जिनका नेतृत्व सिद्धो, कान्हो, चांद व भैरव ने किया। अंग्रेजों से लोहा लेते लेते सबों ने वीरगति को प्राप्त किया। एक जमींदार की गद्दारी के चलते सिद्धो कान्हो ब्रिटिश सेनाओं के हत्थे चढ़े। उन्हें सिउड़ी जेल में फांसी दे दी गई। इस विद्रोह ने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला कर रख दी। विद्रोह की आग संपूर्ण देश में फैलती गई। कालांतर में अंग्रेजों के पांव हमारे देश से उखड़ गए। हमारे पूर्वजों की देन है कि हमारी जमीन सुरक्षित है। एसपीटी एक्ट सीएनटी एक्ट इन्हीं महापुरुषों की कुर्बानी की देन है। मौके पर रसिकलाल हेंब्रम, अमर हांदसा, हीरा लाल मरांडी, वसीम अंसारी, दशरथ मुर्मू, कृष्णा सोरेन, अरुण यादव, कारू यादव, प्रकाश सोरेन, राजेंद्र हेंब्रम व अन्य मौजूद थे .






