आसनसोल, 01 फरवरी, 2021 : मंडल रेल प्रबंधक, श्री सुमित सरकार के प्रशासनिक अभिभावकतत्व, अपर मुख्य राजभाषा अधिकारी-सह-वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त श्री चंद्र मोहन मिश्र के मार्गदर्शन और वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर / टीआरएस श्री अविनाश कुमार की अध्यक्षता तथा राजभाषा अधिकारी डॉक्टर मधुसूदन दत्त के सक्षम नेतृत्व में बहुमुखी प्रतिभा के धनी रचनाकार जयशंकर प्रसाद की जयंती का समारोह पूर्वक आयोजन 30 जनवरी 2021 को लोको शेड के नवीन सभाकक्ष में संपन्न हुआ । इस शुभ अवसर पर उपस्थित बच्चों द्वारा पुष्प गुच्छ देकर अध्यक्ष श्री अविनाश कुमार, मंडल विद्युत इंजीनियर/ टीआरएस श्री कौशिक पान, सहायक विद्युत इंजीनियर /टीआरएस सुश्री कविता मीणा का स्वागत किया गया। तदुपरांत उपस्थित अधिकारियों और सुधी जनों ने महाकवि जयशंकर प्रसाद की तस्वीर पर माल्यार्पण और श्रद्धासुमन अर्पित किया। राजभाषा अधिकारी डॉक्टर मधुसूदन दत्त ने स्वागत अभिभाषण प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा की भी जानकारी दी। अतिथि वक्ता सेवानिवृत शिक्षक श्री अवधेश कुमार ने टीआरएस लोको शेड में इस प्रकार के साहित्यिक आयोजन की भरपूर प्रशंसा करते हुए अपने प्रसंगानुकूल वक्तव्य में कहा कि अपने नाटकों के मंचन संबंधित समस्या के परिप्रेक्ष्य में जयशंकर प्रसाद ने कहा था कि नाटकों के मंचन की वर्तमान व्यवस्था मेरे नाटक के लिए भले उपयुक्त नहीं है, किंतु उसे मेरे नाटकों के अनुसार बदलना होगा। इसके बाद राजभाषा अधिकारी डॉक्टर मधुसूदन दत्त ने छायावादी साहित्य धारा के सशक्त शब्द- शिखर जयशंकर प्रसाद की जीवनी और उनके रचनात्मक अंशदानों पर आधारित एक पावर प्वाइंट प्रस्तुति को पेश किया, जिसका उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों और प्रतिभागियों ने भरपूर आनंद उठाया। इसके बाद जयंती समारोह के अंतर्गत आयोजित टीआरएस के रेल कर्मियों तथा उनके आश्रितों के लिए आयोजित काव्य पाठ प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। इसके प्रथम चरण के अंतर्गत कर्मचारियों के आश्रितों ने सुप्रसिद्ध कवियों की रचनाओं को बारी-बारी अपनी स्वरधारा में प्रस्तुत किया। इसके अंतर्गत सुश्री रिया वर्मा और शुभम तथा अमृता प्रिया की काव्य प्रस्तुतियां काफी सराहनीय रहीं। इस प्रतियोगिता के द्वितीय चरण में टीआरएस के रेल कर्मियों ने बड़े उत्साह पूर्वक अपने प्रिय कवियों की कविताओं का सस्वर पाठ किया । प्रशिक्षु श्री केशव कुमार ने जब रश्मिरथी के तृतीय सर्ग मैं श्री कृष्ण के विराट रूप संबंधी प्रसंगों को अपने प्रखर अंदाज में प्रस्तुत किया तो पूरी दर्शक दीर्घा रोमांचित हो उठी। इसी क्रम में श्री आशुतोष कुमार द्वारा सुप्रसिद्ध हास्य कवि श्री प्रदीप चौबे की सुपरिचित कविता रेल यात्रा की रोचक प्रस्तुति ने सभी का भरपूर मनोरंजन किया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर /टीआरएस श्री अविनाश कुमार ने जयशंकर प्रसाद जी के कुछ अनछुए पक्षों को भी प्रस्तुत करते हुए कहा कि भारतीय रेल ने भी छायावाद के इस सशक्त स्तंभ का सम्मान किया है और वाराणसी से छत्रपति शिवाजी मुंबई टर्मिनस के बीच चलने वाली ट्रेन का नाम उनके सम्मान में कामायनी एक्सप्रेस रखा गया। उन्होंने कामायनी में अंतर्निहित कथा तत्व और भाव बोध की सारगर्भित व्याख्या प्रस्तुत की। आगे उन्होंने अनुरोध किया कि राजभाषा विभाग द्वारा टीआरएस में और भी इसी प्रकार के कार्यक्रम हों ताकि हमारे इस एक रस कार्य संस्कृति के बीच कुछ रसमय वातावरण भी तैयार हो सके। इस साहित्यिक और रुचिकर समारोह का मंच संचालन करते हुए डॉक्टर मधुसूदन दत्ता ने कहा कि प्रतिभागियों की उत्साह पूर्ण प्रस्तुतियों ने हमारे इस समारोह की गरिमा बढ़ायी है । इसके उपरांत सुश्री कविता मीणा ने दो चरणों में आयोजित उक्त काव्य पाठ प्रतियोगिता के विजेताओं के नामों की घोषणा की । राजभाषा अधिकारी डॉ. दत्त ने सूचित किया कि इसके अंतर्गत प्रत्येक श्रेणी के 5-5 विजेताओं को ‘मंडल राजभाषा कार्यान्वयन समिति’ आगामी बैठक में मंडल रेल प्रबंधक श्री सुमित सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
समारोह के सफल आयोजन में वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर टीआरएस श्री सिन्हा, ट्रेनी टेक्नीशियन श्री सुमन कुमार के साथ राजभाषा विभाग के श्री दिलीप कुमार पासवान , श्री बी.बी. पांडे, श्री संजय राउत, श्रीमती मंजू देवी श्रीवास्तव और श्री पुरुषोत्तम कुमार गुप्ता का सराहनीय सहयोग और योगदान रहा।
राजभाषा अधिकारी डॉक्टर मधुसूदन दत्त के धन्यवाद ज्ञापन के साथ राजभाषा विभाग का यह गौरवपूर्ण समारोह संपन्न हुआ।
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समारोह में अध्यक्षीय संबोधन करते श्री अविनाश कुमार, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर/टीआरएस, आसनसोल। साथ में श्री कौशिक पान, मंडलबिजली इंजीनियर/ मेमू शेड, सुश्री कविता मीना, एईई एवं राजभाषा अधिकारी, डाॅ.मधुसूदन दत्त














