कोरोनाकाल में रूपनारायणपुर में रक्तदान
ओम प्रकाश शर्मा, रूपनारायणपुर। रोनाकाल में अस्पतालों में रक्त की कमी को देखते हुए लाॅयंस क्लब आॅफ रूपनारायणपुर शताब्दी के सौजन्य से नव ज्योति आई केयर प्रांगण में रविवार की शाम स्वेच्छा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। मौके पर अमित चाकी, अमित साव, सुकुमार कुम्भकार, तापस पाल, अरविन्द माजी समेत 18 लोगों ने रक्तदान किया।

रक्त संग्रह का काम सदर अस्पताल के ब्लड बैंक की ओर से किया गया। प्रक्रिया पूरी की गई। मौके पर लायंस उमेश मंडल, समाजसेवी रविशंकर कुडू, भूतू दा, अमित चाकी, जग्रनाथ भट्टाचार्य, नीतिश रंजन चैधरी, गौरी शंकर चटर्जी सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

इस सबंध में आई केयर के संचालक शुकुमार कुम्भकार ने रक्तदान के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि दान के अनेक रूप है और किसी भी रूप में किया जा सकता है। दान का मकसद एक ही होता है मानव सेवा। रक्तदान एक ऐसा दान है जो न केवल एक व्यक्ति का जीवन बचाता है बल्कि उसके परिवार को अपार खुशियां दे जाता है। रक्तदान करने से शरीर में किसी प्रकार की हानि नहीं बल्कि रक्त का संचार होता है।

तीन माह बाद इतनी ही मात्रा में बन जाता है। जरूरी है कि रक्तदान का महत्व जाने और साल में एक बार या दो बार रक्तदान जरूर करें। 18 साल से कम उम्र वाला व्यक्ति और 65 वर्ष से अधिक साल का व्यक्ति रक्तदान नहीं कर सकता। रक्तदान करने वाले व्यक्ति के हीमोग्लोबीन का स्तर 12 प्रतिशत से अधिक होना चाहिए। रक्तदान के लिए वही लोग योग्य होते हैं, जिनका वजन 45 किलो से अधिक होता है।

ये लोग कर सकते हैं रक्तदान-
उम्र 18 से 60 साल के बीच
हीमोग्लोबिन 12.5 ग्राम डेसीलीटर
पल्स 50 से 100 प्रति मिनट हो
ब्लड प्रेशर 100 से 180 के बीच ऊपर का और 50 से 100 नीचे का हो
शरीर का वजन 45 किलोग्राम से कम न हो
ये नहीं कर सकते रक्तदान
एंटी रैबीज या हैपेटाइटिस-सी, इम्यूनोग्लोबिन का एक साल के अंदर उपचार लिया हो
छह महीने के अंदर टैटू गुदवाया हो या फिर कान छिदवाया हो
छह महीने के अंदर एक्यूपंचर की विधि से इलाज करवाया हो
गंभीर बीमारी या सर्जरी हुई हो
पीलिया से पीड़ित रहा हो
तीन माह के अंदर रक्तदान किया हो या फिर मलेरिया का इलाज कराया हो
एक माह के भीतर कोई टीकाकरण कराया हो
48 घंटे पहले कोई दवा खाई हो
बीते 72 घंटे में एस्प्रिन दवा खाई हो या फिर दंत चिकित्सा करवाई हो
बच्चों को स्तनपान कराने वाली महिला
माहवारी का वक्त हो

















