AURANGABAD,BHARATTV.NEWS: 4 जुलाई को जिला पदाधिकारी औरंगाबाद सुहर्ष भगत द्वारा अपने कार्यालय कक्ष में धान अधिप्राप्ति से संबंधित समीक्षा बैठक आयोजित की गई। समीक्षा के क्रम में यह पाया गया कि पूरे बिहार राज्य का औसत सीएमआर जमा प्रतिशत 81% है परंतु औरंगाबाद जिले का सीएमआर जमा प्रतिशत मात्र 73% है जिस पर जिला पदाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई। बैठक में औरंगाबाद, ओबरा एवं गोह प्रखंड में धान अधिप्राप्ति अंतर्गत सीएमआर का जमा प्रतिशत 70 प्रतिशत से भी कम होने के कारण संबंधित प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त कर अग्रेतर कार्रवाई करने हेतू डीसीओ आनंद कुमार चौधरी को निर्देश दिया गया। समीक्षा के क्रम में यह भी निर्देश दिया गया कि जिन पैक्स गोदामों का सीएमआर जमा प्रतिशत 80% से कम है उन्हें 7 दिन के अंदर सीएमआर जमा कराने का निर्देश दिया गया अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि कुछ मिलर अपनी मिलिंग क्षमता के अनुसार अपना सीएमआर जमा नहीं कर रहे हैं। जिससे कि इस जिले की प्रगति अवरुद्ध हुई है। उनके प्रति जिला पदाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई। इस क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा यह भी निर्देश दिया गया कि निचले पायदान पर सीएमआर जमा करने वाले मिलर से संबद्ध सभी पैक्सो को उनसे हटाकर उनके नजदीकी मिल से संबद्ध किया जाय। इस दौरान सबसे निचले पायदान पर पाए गए नर्मदेश्वर राइस मिल से संबद्ध सभी पैक्सो को अन्य नजदीकी मिल से संबद्ध करने का निर्देश दिया गया। इसके अतिरिक्त तान्या राइस मिल की खराब कार्य प्रणाली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए ऐसे मिलरों को काली सूची में दर्ज करने की कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। इससे साथ ही बताया गया कि ऐसे मिलर जो अपनी क्षमता के अनुरूप नहीं कार्य कर रहे हैं, उनपर कड़ी कार्रवाई करते हुए काली सूची में डालने हेतु अग्रेतर कार्रवाई की जा सकती है। इस बैठक में गोपनीय शाखा प्रभारी अमित कुमार सिंह, जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम, विजय बहादुर सिंह, डीसीओ आनंद कुमार चौधरी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। FILE PHOTO
पैक्स गोदामों का सीएमआर जमा प्रतिशत 80% से कम, 7 दिन के अंदर सीएमआर जमा कराने का निर्देश













