BHARATTV.NEWS: दुमका जिला के रानीश्वर थाना क्षेत्र के पाथरा गांव के रेशमा बिबि का सादी बारह साल पहले मोहम्मद रियाज के साथ सादी हुआ था, वह अनाथ थे , रियाज का इस दुनिया में कोई नहीं था । रेशमा बीबी के घरवाले भी बहुत गरीब थे, रियाज इस गांव में अपने किसी दोस्त के सादी में आया और रेशमा को पसन्द कर लिया, फिर रेशमा के मां से रेशमा से सादी करने का बात कहे , फिर रेशमा और रियाज की निकाह कर दिया गया,सादी के बाद रियाज ने रेशमा को लेकर दिल्ली काम करने चले गए। दो साल बाद वह गर्भवती हुई उसी समय रियाज का रोड एक्सीडेंट मौत हो गया, अब रेशमा अकेली हो गई,करती तो वह किया करती , फिर गर्भ में लेकर किसी तरह अपने गांव आ गई, साथ में ना पति का मुत्य प्रमाण पत्र ला सकी और ना कुछ और।
अब रेशमा के पास आठ साल का एक बच्चा है ,बिड़ी बांध कर अपने और बेटा का पेट भरते हैं।
रेशमा अब विधवा पेंशन के लिए दर दर भटक रही है , सरकारी कर्मचारी का कहना है पति का मुत्य प्रमाण कि आवश्यकता है मु्त्य प्रमाण पत्र नही होने के कारण रेशमा को विधवा पेंशन नहीं मिल रहा है,अब वह अपने पति का मुत्य प्रमाण पत्र केसे दिल्ली से ला पाएंगी , उसके पास तो खाने का भी पैसा नहीं है ,कभी कभी तो दुसरे से खाना मांगकर खाती है। रानीश्वर से शुभेंदु भट्टाचार्य की रिपोर्ट













