बाल विवाह कानूनन अपराध है इसे रोकना हम सबों का दायित्व- अमरेंद्र यादव
BHARATTV,.NEWS: दुमका। देश में बाल विवाह की बुराई को खत्म करने के लिए लोगों को जागरुक करने के मकसद से शुरु किया गया “बाल विवाह मुक्त भारत” अभियान का आज आगाज हो गया। इस क्रम में झारखण्ड राज्य की ग्राम ज्योति संस्था ने कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के सहयोग से दुमका जिले के जामा प्रखंड अंतर्गत भटनिया पंचायत भवन में बाल विवाह के खिलाफ आयोजित जागरुकता अभियान दीप जलाओ कार्यक्रम में 250 से अधिक लोग शामिल हुए और बाल विवाह को खत्म करने का संकल्प लिया। इस तरह के कार्यक्रम दुमका के सभी बाल गृहों में आयोजित किया गया है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाल कल्याण समिति के चैयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार यादव ने अपने संबोधन में लोगो से आह्वान किया कि नोबेल पुरस्कार प्राप्त कैलाश सत्यार्थी जी का सपना बाल विवाह मुक्त भारत तभी साकार कर सकते हैं, जब आम जनता के साथ साथ बच्चे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो। बाल विवाह से बच्चे के अधिकारों का हनन होता है इससे बच्चों का विकास और अवरुद्ध होता है, साथ ही उनके शिक्षा, स्वास्थ्य , विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह कानूनन अपराध है। बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 के तहत बाल विवाह करने अथवा बाल विवाह में सहयोग करने वाले ऐसे व्यक्ति को 02 वर्ष की सजा तथा एक लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। यह हमारे समाज के लिए अभिशाप से कम नहीं है।
उन्होंने कहा कि तीन साल तक चलने वाले ऐतिहासिक ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान का नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी और लेमा जोबोई ने राजस्थान से दीप जलाकर कर आज शुभारंभ किया है। कैलाश सत्यार्थी ने बाल बाल विवाह रूपी सामाजिक बुराई को खत्म करने के लिए लोगों से इसके खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया है। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन (केएससीएफ) के नेतृत्व में शुरु हुआ “बाल विवाह मुक्त भारत” अभियान में बाल विवाह के खिलाफ देश भर के लाखों लोगों ने बाल विवाह को खत्म करने की शपथ लिया। बाल विवाह बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा, तीनों पर ही गंभीर प्रभाव डालता है। बाल विवाह जैसी वैश्विक बुराई को खत्म करने के लिए कई स्तर पर एकजुट प्रयास करने होंगे। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र ने कहा कि बाल विवाह मुक्त भारत बनाने के लिए सबको संकल्प लेने की आवश्यकता है। जामा के बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी समेत बड़ी संख्या में गणमान्य हस्तियां उपस्थित रहीं। संस्था के परियोजना निदेशक आभा ने कहा, ‘ श्री कैलाश सत्यार्थी ने लोगों को जागरूक कर बाल विवाह के प्रति उनकी सोच व व्यवहार में बदलाव लाने और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया है। इसी के लिए उन्होंने इस अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तीन मुख्य लक्ष्य हैं। पहला कानून का सख्ती से पालन हो, यह सुनिश्चित करना। दूसरा महिलाओं और बच्चों का सशक्तीकरण करना और 18 साल तक के सभी बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करना। जबकि तीसरा उन्हें यौन शोषण से बचाना है।
कार्यक्रम के दौरान बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार यादव, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चन्द्र, बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी सुमित कुमार, चाइल्डलाइन के जिला समन्वयक मुकेश दुबे एवं सभी सदस्य, ग्राम के मुखिया, प्रधान, आंगनबाड़ी के सेविका, एवं पंचायत के समस्त समाज सेवी ने मिल कर कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई |














