
DHANBAD/JAMTARA: आज संध्या अर्घ्य शाम साढ़े ४ बजे दिया गया और पौने पांच बजे सूर्य अस्ताचलगामी हो गये। कल होगा उषा अर्घ्य सुबह ६ बजे के तुरंत बाद। आज शाम पहला अर्घ्य रिफयूजी क्लोनी तालाब, किशोरी साव धर्मशाला, हाईस्कूल तालाब पोखरतल्ला तालाब, बुद्धा बाबू तालाब, राज बाड़ी तालाब, रामनगर स्थित भंडारी तालाब, कानगोई तालाब, हांसी पहाड़ी के तालाबों में दी गई।

शहर से गंदगी को पूरी तरह से उखाड़ फेंकने के लिए योजना के तहत काम किया गया। चित्तरंजन अजय नदी में भी छठव्रतियों ने पहला अर्घ्य दिय। मैथन गोगना घाट में भी छठ पूजा का आयोजन किया गया। बारबानी विधायक बिधान उपाध्याय ने छठ घाटों का मुआयना किया। वही धनबाद में जयादातर महिलाओं ने घरों में ही छठ पूजा का आयोजन किया।

नगर निगम ने तालाबों की सफाई जरूर करा दी है, लेकिन पानी का बुरा हाल है। धनबाद शहर में पंपू तालाब (लोको टैंक छठ तालाब) व कुसुंडा तालाब रेलवे स्टेशन सबसे अधिक प्रदूषित है। बोकारो में सेक्टर-1 के कैंप-2 तालाब की स्थिति खतरनाक है।

मिडिया रिपोर्ट के अनुसार धनबाद के कई बड़े तालाबों का पानी ख़राब हो चूका है। धनबाद के साथ-साथ बोकारो के तालाबों की स्थिति काफी खराब हो चुकी है। पानी में अधिक देर तक खड़े रहना भी खतरनाक है। डिसाॅल्व ऑक्सीजन (डीओ) यानी घुलनशील ऑक्सीजन की मात्रा मानक के अनुसार प्रतिलीटर 5 मिलीग्राम से अधिक होनी चाहिए। हर तालाब में यह स्तर पांच मिलीग्राम से कम मिला।बताया गया की तालाब में खड़ी होकर छठव्रतियां सूर्य देवता को अर्घ्य देती हैं।
















