खनन क्षेत्रों में नियमित तौर पर छापामारी अभियान चलाएं; पकड़े जाने वाले संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर जिला बदर करने का मिला निर्देश
OM SHARMA, BHARATTV.NEWS,JAMTARA: उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी फ़ैज अक अहमद मुमताज की अध्यक्षता में अवैध खनन एवं अवैध खनिज परिवहन तथा व्यापार की रोकथाम हेतु गठित जिला स्तरीय खनन टास्क फोर्स की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक आहूत की गई।
बैठक में उपायुक्त द्वारा अवैध कोयला खनन के फलस्वरूप बने गड्ढे भरने, लगातार जांच अभियान चलाने, अवैध खनन में संलिप्त व्यक्तियो के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने, जिला बदर करने, चेक पोस्ट के एक्जिट प्वाइंट पर दंडाधिकारी प्रतिनियुक्ति करने सहित अन्य बिंदुओं पर समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया।

बैठक में समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने नाला थाना क्षेत्र अंतर्गत पांडेश्वर क्षेत्र, सर्वश्री ईसीएल के बंद पड़े खदानों में अवैध कोयला खनन के फलस्वरूप बने गढ्ढों की अविलंब भराई करने का निर्देश दिया, उन्होंने गढ्ढे भरने में हो रहे विलंब को लेकर नाराजगी जाहिर की। जिले में अवैध खनन किसी भी हालत में न हो पाए इसके लिए नियमित तौर पर छापामारी करने, खनन क्षेत्रों में गश्त तेज करने हेतु उपायुक्त ने संबंधित को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अवैध खनन में संलिप्त लोगों को चिन्हित करते हुए उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई करने तथा जिला बदर करने का निर्देश दिया। उन्होंने संबंधित पदाधिकारी से अवैध खनन रोकने हेतु माइक्रोप्लान बनाने का निर्देश दिया। वहीं उन्होंने एक्जिट प्वाइंट में एक चेकपोस्ट बनाते हुए पुलिस बल के साथ एक मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया एवं लगातार अभियान चलाकर जांच करने का निर्देश दिया।
बैठक में समीक्षा क्रम में बताया गया कि नाला थाना के वन प्रक्षेत्र अंतर्गत पलास्थली, खरमाटी एवं अन्य में पुराने बंद पड़े कोलियरी के कुल 52 अवैध कोयला खनन के फलस्वरूप बने गड्ढों की भराई की गई। वहीं उपायुक्त ने इस पर वन प्रमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि अवैध कोयला खनन क्षेत्र में ट्रेंच काटकर वृक्षारोपण का कार्य करें जिससे उन क्षेत्रों में अवैध कोयला की निकासी में अंकुश लगेगी। बैठक में जानकारी दी गई कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में दिनांक 26 दिसंबर तक कोयला के अवैध खनन, अवैध खनिज परिवहन एवं व्यापार की रोकथाम से संबंधित कुल 28 मामले सामने आए, जिसमे कुल 26 मामलों में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वहीं पत्थर के अवैध खनन परिवहन एवं व्यापार की रोकथाम हेतु कुल 30 मामले सामने आए जिसमें 23 मामलों में 31 वाहनों से खनिज मूल्य की दुगुनी राशि वसूल की गई तथा 6 मामलों में 9 वाहनों पर संबंधित थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई।
बालू खनिज के अवैध परिवहन, भंडारण हेतु कुल 30 मामले प्रकाश में आए जिसमें जिसमे 12 मामलों में प्राथमिकी तथा 19 मामलों में खनिज मूल्य की दुगुनी राशि वसूल किया गया।
उक्त बैठक में ऑनलाइन माध्यम से पुलिस अधीक्षक श्री मनोज स्वर्गियारी (भा.पु.से.), वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री बनकर अजिंक्य देवीदास, अनुमंडल पदाधिकारी श्री संजय पांडेय, जिला खनन पदाधिकारी श्री दिलीप कुमार, पुलिस उपाधीक्षक श्री जगदीश प्रसाद, महाप्रबंधक ईसीएल पांडेश्वर, एसपी माइंस चितरा प्रतिनिधि, सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी जुड़े।














