विन्दापाथर: जामताड़ा जिला के फतेहपुर प्रखण्ड अन्तर्गत हाथधारा गांव और पिपला गांव के बीच अजय नदी पर बने पुल को लेकर आम जनता द्वारा पालाजोरी पंचायत के मुखिया सोनामति टूडू के नेतृत्व में धरना और प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन के माध्यम से झारखण्ड सरकार और जिला प्रशासन से स्थानीय लोगों ने मांग करते हुए कहा कि यह पुल निर्माण हुए मात्र दो वर्ष हुआ है और अभी से पीलर-पाया से कंक्रीट ढलाई लौहे छड़ को छोड़ रहा है। जिसके कारण लोहे के छड़ पर जंक लगने लगा है। कुछ दिनों के बाद लोहे के छड़ पूरी तरह से जंक के चपेट में आने लगेगा।यह एक दो पीलरों में नहीं है बल्कि क्ई पीलरों में ऐसा होता जा रहा है। ऐसा लगता है कि यह पुल कुछ दिनों के बाद बहुत कमजोर हो जायेगा। इसके निर्माण कार्य में क्ई तरह की अनियमितताएं बरती गई है। जिसका परिणाम आज सामने आ गया है। इस लिए आम जनता हम-सब इसकी निर्माण कार्य की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करते हुए इसकी मरम्मती कार्य किया जाय। ताकि जनता के लिए यह महत्वपूर्ण पुल उपयोगी बन सके।
ज्ञात रहे यह पुल निर्माण कार्य विगत दो वर्ष पूर्व ही हुआ है। इसके निर्माण लागत लगभग दस करोड़ की बताया जा रहा है। ग्रामीण सेतु योजना के तहत ग्रामीण विकास विभाग द्वारा किया गया था। लेकिन स्थानीय विधायक रविन्द्र नाथ महतो जो वर्तमान में झारखण्ड विधानसभा अध्यक्ष हैं,की अनुशंसा से यह महत्वाकांक्षी पुल निर्माण किया गया था। आज स्थानीय ग्रामीण माननीय रविन्द्र नाथ महतो से इस पर उचित कार्रवाई करने की आशा रखती। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हीं के हाथों से इसका शिलान्यास हुआ था लेकिन घटिया निर्माण कार्य और जनता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए इस पुल का लोकार्पण नहीं किया था।
यह पुल स्थानीय लोगों के लिए अति महत्वपूर्ण है। क्यों कि इस पुल से होकर जामताड़ा जिला मुख्यालय तक पहुंचने में आधा घंटा समय बचता है और छः से सात किलोमीटर की दूरी कम पड़ता है। इसके न होने से डूमरीय,बागदाहा,चापुड़ीया,पालाजोरी, धसनिया जैसे क्ई पंचायतों की जनता को परेशानी बढ़ेगी। यह अजय नदी पर बने पुल नाला विधानसभा क्षेत्र की पश्चिमी सीमा पर स्थित जामताड़ा जिला मुख्यालय के लिए अति महत्वपूर्ण है।














