BHARATTV.NEWS, OM SHARMA,JAMTARA: अपराध की अपनी दुनिया होती है। अपराधी रात दिन अगल बगल बंदूक की कारखाने खोदने में लोग जूटे हैं और इसलिए हो सकता है कि अगली सुबह आपके पड़ोस में एक अवैध बंदूक का कारखाना मिल जाए! ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि सीमावर्ती बंगाल झारखंड के सालानपुर थाना क्षेत्र के चितालडंागा और मिहिजाम थाना क्षेत्र के शहरडाल में मिनी गन फैक्टरी का खुलासा हो गया और स्थानीय पुलिस के खूफिया तंत्र के कानों तक इसकी भनक तक नहीं लग पायी यह सोचने वाली बात है।
मिहिजाम थाना क्षेत्र के शहरडाल में बंदूक का एक कारखाना मिलने के बाद लोग चिंतित हैं। कुछ महीना पहले सालानपुर थाना क्षेत्र के चितालडांगा में भी बंदूक का कारखाना का भांडाफोड़ हुआ था वहां भी चोरी छिपे बंदूक का कारखाना संचालित हो रहा था। बताया जा रहा है कि अगर कोलकाता एसटीएफ की टीम अगर 4 लोगों को गिराफतार नहीं करती तो षायद ही शहरडाल में संचालित मिनी गन फैक्टरी का भांडाफोड़ हो पाता। न जाने बंदूक बनाने वाले कारीगर और कहां कहां इस प्रकार के अंडरग्राउंड कारखाना चला रहे हैं अगर समय रहते पुलिस के खुफिया तंत्र में बड़े बदलाव के साथ काम नहीं हुआ तो समाज में इसी प्रकार से जहर फैलाने का काम असामाजिक तत्वों द्वारा किया जाता रहेगा। इस सबंध में मिहिजाम थाना में सर्किल इंस्पेक्टर सुनील कुमार चौधरी ने प्रेस कांफेस कर शहरडाल में संचालित बंदूक के कारखाने के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होने कहा कि गुप्त सूचना पाकर 15 अक्टूबर की रात शहरडाल में शाहजहां खाना पिता सुभान खान के घर में छापेमारी की गई जहां हथियार बनाने की मशीन एवं भारी मात्रा में अर्धनिर्मित हथियार बरामद किये गये। साथ ही सबीना खातून पति सरफराज खान उर्फ लालटू तथा हसीना खातून पति रियाज अंसारी, उर्फ राजू दो महिला को गिराफतार किया गया है। दो लोगों को मामले में गिरफतार किया गया है और 9 नामजाद आरोपी बनाये गये हैं। सभी के खिलाफ विभिन्न धराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।
कोलकाता एसटीएफ ने शहरडाल से लेथ मशीन,रिलिंग मशीन,अर्धनिर्मित पिस्टल सहित उसके विभिन्न पार्टस,कार्बाईन का अर्धनिर्मित बैरेल, ग्राइंडिंग मशीन, फाईल, हथौड़ा, रेंडिग प्लेट, मिलबीन मशीन, लोहे के छोटे बड़े पत्तियां,लोहा कटर, लेथ सेंटर मशीन, ड्रील चौक, बर्मा बीट आकद बरामद कर अपने साथ ले गये वहां मिहिजाम थाना ने भी बड़ी संख्या में इसी प्रकार के सामान जब्त किया। अब देखना यह भी होगा कि यहां से अब तक तैयार हथियार को कहां कहां सप्लाई किया गया है। लोग कह रहे है कि इसी तरह जहां तहां अवैध बंदूक के कारखाने खुलते रहे तो कौड़ियों के भाव आसानी से अपराधियों तक हथियार पहुंचने लगेंगे और सामाज असुरक्षित होगा।















