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सशस्त्र बल ध्वज दिवस 2020: रक्षामंत्री ने जनता से सशस्त्र बल ध्वज दिवस कोष में सहयोग देने की अपील की

Lieutenant General Rajeev Chaudhry assumes charge as the 27th Director General Border Roads (DGBR), in New Delhi on December 01, 2020.

BHARATTV.NEWS: सशस्त्र बल ध्वज दिवस देश भर में हर साल की तरह इस बार भी 7 दिसंबर 2020 को मनाया जाएगा. 1949 के बाद से, ये दिवस शहीदों के साथ-साथ बर्दी में सेवा देने वाले पुरुषों और महिलाओं को समान रूप से सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। ये उन लोगों का सम्मान है जो देश की सीमाओं की रक्षा के लिए बहादुरी से लड़ते हैं। 2 दिसंबर 2020 को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने देशवासियों से स्वेच्छा से सशस्त्र बल ध्वज दिवस कोष (एएफएफडी) में योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हमारी सेनाएं हमेशा देश की संप्रभुता की रक्षा करने के लिए बहादुरी से लड़ती रही हैं। इस प्रक्रिया में कई बार उन्होंने अपने जीवन को भी दांव पर लगाया औऱ अपने परिवार को पीछे छोड़ दिया। रक्षा मंत्री ने कहा, “इसलिए हमारे पूर्व सैनिकों के पुनर्वास और कल्याण, हमारे शहीदों और हमारे विकलांग सैनिकों के परिजनों की देखभाल की जिम्मेदारी हम सब नागरिकों की है।” उन्होंने ये भी जोड़ा कि ध्वज दिवस हमें इस फंड में योगदान करके इस जिम्मेदारी को पूरा करने का एक अवसर प्रदान करता है.” यह देखते हुए कि लोगों के स्वैच्छिक योगदान के माध्यम से 2019-20 के दौरान 47 करोड़ रुपये जुटाए गए, श्री राजनाथ सिंह ने आशा व्यक्त की कि “भारत के लोग इस वर्ष भी स्वैच्छिक योगदान की भावना प्रकट करेंगे।”

The Union Minister for Defence, Shri Rajnath Singh being pinned with Armed Forces Flag Day Fund badge by the officials of Kendriya Sainik Board, on the occasion of the Armed Forces Flag Day, in New Delhi on December 02, 2020.

एएफएफडी फंड का उपयोग उन सैनिकों के परिजनों के पुनर्वास और कल्याण के लिए किया जाता है जिन्होंने अपने जीवन को कर्तव्य की पंक्ति में रखा. साथ ही उन सैनिकों जो विकलांगता का शिकार हो गए हों, वृद्ध, गैर-पेंशनभोगी, सैनिकों की विधवाओं और अनाथ बच्चों के पालन-पोषण के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। उन्हें विभिन्न योजनाओं जैसे गरीबी अनुदान, शिक्षा अनुदान, विधवा / बेटी विवाह अनुदान, विकलांग बच्चे अनुदान, चिकित्सा अनुदान, गृह मरम्मत अनुदान, अंतिम संस्कार अनुदान, अनाथ अनुदान और कुछ अन्य अनुदानों के माध्यम से भी वित्तीय सहायता दी जाती है।

The Union Minister for Defence, Shri Rajnath Singh making contribution to Armed Forces Flag Day Fund, on the occasion of the Armed Forces Flag Day, in New Delhi on December 02, 2020.

भूतपूर्व सैनिकों (ईएसएम) समुदाय के कल्याण और पुनर्वास के लिए भारत सरकार द्वारा  सशस्त्र बल ध्वज दिवस कोष (एएफएफडीएफ) का गठन किया गया है। 32 लाख से अधिक भूतपूर्व सैनिक हैं और हर साल 60,000 सैनिक सेवानिवृत होने के चलते इसमें जुड़ जाते हैं।

सशस्त्र बलों के ध्वज दिवस कोष में योगदान इसके बैंक खातों के माध्यम से भेजा सकता है। इसका विवरण इस प्रकार हैं:

i) पंजाब नेशनल बैंक (खाता नंबर 3083000100179875, IFSC कोड PUNB308300, शाखा सेवा भवन, आरके पुरम); (ii) भारतीय स्टेट बैंक (खाता नंबर 34420400623, IFSC कोड SBIN0001076 शाखा आरके पुरम) और (iii) आईसीआईसीआई बैंक खाता नंबर 182401001380, IFSC बैंक ICIC0001824 शाखा आरके Puram)

इस कोष में योगदान को भारत सरकार के आयकर की अधिसूचना संख्या 78/2007 दिनांक 26 मार्च 07 और आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 जी (5) (vi) के तहत आयकर निदेशक (ई) पत्र NQ से छूट दी गई है। DIT (E) | 2010-11 / DEL-AE22280-04012011 / 2186 दिनांक 04 जनवरी 11.

इस ध्वज कोष में कॉर्पोरेट योगदान कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 135 के तहत कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व को पूरा करने के लिए पात्र हैं, क्योंकि यह “सशस्त्र बलों के वरिष्ठ सैनिकों, युद्ध विधवाओं और उनके आश्रितों के लाभ के लिए उपायों का पालन करता है” (कंपनी अधिनियम की अनुसूची सातवीं के खंड VI , 2013)।

केंद्रीय सैनिक बोर्ड के सचिव एयर कमांडर बी अहलूवालिया ने कहा कि इस वर्ष दिसंबर महीने को सशस्त्र बलों और इसके वरिष्ठ सैनिकों के योगदान को सम्मानित करने के लिए “गौरव माह” के रूप में मनाया जाएगा। यह बोर्ड भारत सरकार की सर्वोच्च संस्था ह, जो पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के पुनर्वास और कल्याण के लिए नीतियां बनाती है। सशस्त्र बल ध्वज दिवस कोष को केंद्रीय सैनिक बोर्ड द्वारा प्रशासनिक रूप से नियंत्रित किया जाता है।