BHARATTV.NEWS; CHITRA: स्थानीय स्टेडियम में अखिल भारतीय आदिवासी महासभा की तरफ से सोमवार को बैठक हुई। इसमें विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई। साथ ही आदिवासियों के दशा दिशा पर चर्चा हुई।
इसमें सबसे पहले रांची के मेयर आशा लाकड़ा के साथ देवघर स्थित बाबा धाम में पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार पर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। सभा के प्रतिनिधियों ने कहा कि इस घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए। तय हुआ कि जामा विधायक सीता सोरेन को विश्व आदिवासी दिवस पर मुख्य अतिथि व एसपी माइंस के महाप्रबंधक एस कुमार को विशिष्ट अतिथि बनाया जाए। खेल और आदिवासी संस्कृति से संबंधित कला को बढ़ावा देने के लिए फुटबॉल प्रतियोगिता, तीरंदाजी, नटुवा दोन, नृत्य प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए अलग अलग कमेटी गठित की गई। बताया कि कमेटी का निर्णय सर्वमान्य होगा। वे ही तय करेंगे कि किसे पहला, दूसरा और तीसरा पुरस्कार प्रदान किया जाए। होपना मरांडी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में आदिवासियों की दशा और दिशा पर भी चर्चा हुई। इसमें पशुपति कोल, छोटेलाल टुडू, मनोज हेंब्रम, अनिल कोल आदि ने अपना विचार व्यक्त किया। कहा कि आदिवासी समाज में शिक्षा का प्रचार प्रसार उम्मीदों के अनुसार नहीं हो सका है। इससे समाज में कुरीति, नशाखोरी आदि का बोलबाला है। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। वक्ताओं ने आगे कहा कि झारखंड गठन के दो दशक गुजर जाने के बाद भी आदिवासियों का पलायन एक प्रमुख समस्या राज्य में बनी हुई है। इस पर सरकार को गंभीरता से विचार करके रोजी रोजगार के साधन उपलब्ध कराए। मौके पर बलराम मुर्मू, विपिन टुडू, श्याम टुडू व अन्य मौजूद थे।






