कोविड 19 के समय भी महिलाओं ने कंधे से कंधे मिला के सरकार और प्रशासन का साथ दिया
आज दिनांक 12 जून 2020 को उपायुक्त जामताड़ा की अध्यक्षता में ASA एनजीओ के सौजन्य से बीज सहायता कार्यक्रम का शुभारंभ आज समाहरणालय जामताड़ा स्थित सभाकक्ष में संपन्न हुआ।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त गणेश कुमार ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान है यहां की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। जितना यहां कृषि को बढ़ावा मिलेगा उतना ही अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगा। पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री ने एक नारा दिया था ‘जय जवान जय किसान’ जिसका तात्पर्य यह था कि सभी जवान देश कि सीमा पर रहकर दुश्मनों से हमारी रक्षा करते हैं वहीं किसान से तात्पर्य देश के सभी किसान जिन्हे हम अन्नदाता भी कहते हैं। उन्होंने कहा कि कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ASA एनजीओ का उठाया गया कदम सराहनीय है। एनजीओ के माध्यम से एसएचजी की दीदियों के माध्यम से महिलाओं को आगे बढ़ने एवं आर्थिक रूप से समृद्ध होने का अवसर प्रदान होगा। आज सरकार का भी महिलाओं के प्रति विश्वास बढ़ा है। सरकार के कार्य को महिलाओं ने आगे बढ़ाया है। इस वैश्विक महामारी कोविड 19 के समय भी महिलाओं ने कंधे से कंधे मिला के सरकार और प्रशासन का साथ दिया। मुख्यमंत्री दीदी किचन के माध्यम से एसएचजी की दीदियों ने जरूरतमंदों को खाना खिलाया।जो कि आज के समय में बेहतर उदाहरण है। माननीय मुख्यमंत्री ने भी जेएसएलपीएस के दिदिया के कार्यों की सराहना किया है।उन्होंने ASA एनजीओ के द्वारा किए जा रहे कार्यों को बेहतर बताया।

ज्ञातव्य हो कि इस एनजीओ के माध्यम से एसएचजी के माध्यम से महिलाएं इसका लाभ ले सकेंगी। जिसमें उन्हें उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराए जाएंगे जिसमें कुल लागत का 75 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगा तथा 25 प्रतिशत लाभुक को स्वयं लगाना होगा। यह भी इसलिए ताकि जब महिलाएं 25 प्रतिशत का राशि स्वयं लगाएंगी तो उनका इसमें ममत्व रहेगा और इस पर अपना ध्यान फोकस रखेंगी, जिससे कि उनका आर्थिक संवर्धन हो सकेगा। आशा एनजीओ के द्वारा गरीब किसानों को धान बीज 75% के अनुदान में वितरण किया गया उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा के द्वारा कहा गया कि जितने भी दीदी लोग आए है सभी किसान है सभी के पास खेत है। यहां जो बीज का वितरण किया जा रहा है, उसे आप लोग अपने खेतों में लगाए। खेती कर के आप लोग आर्थिक स्थिति को सुधार सकते है। प्राय: देखा जाता है की साल में एक ही बार खेती होता है जो कि गलत है। साल में कम से कम 2 बार खेती करे ताकि आर्थिक संवर्धन को बढ़ाया जा सके। JSLPS के दीदियों के द्वारा अच्छा खासा ग्रुप जिला में बनाया गया है ग्रुप के माध्यम से अनेक सोशल कार्यों को किया जा रहा है, दीदिया आर्थिक संवर्धन को बढ़ा रही है जो कि सराहनीय है। उप विकास आयुक्त ने पंजाब, हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा कि ये राज्य के लोग साल भर खेती करते रहते है।
यही प्रणाली हमलोगो को यहां भी अपनाना होगा। जिला कृषि पदाधिकारी सबन गुड़िया ने कहा कि इस बीज से धान की खेती करें।30-30 सेंटीमीटर की दूरी में पौधा लगाएं। साथ ही कोरोना वायरस से बचाव के लिए सामाजिक दूरी का पालन का भी ख्याल रखें। कोई भी खेत खाली ना रहे ये सुनिश्चित करें। मौके पर डीआरडीए निदेशक राम वृक्ष महतो, उप निर्वाचन पदाधिकारी श्री विजय केरकेट्टा, जिला कृषि पदाधिकारी सबन गुड़िया, परियोजना पदाधिकारी मोतिउर रहमान, जेएसएलपीएस डीपीएम श्रीमती रीता सिंह, आशा एनजीओ कोऑर्डिनेटर रूमा चटर्जी सहित संबंधित पदाधिकारी, कर्मी, दीदीया उपस्थित थे।















