WWW.BHARATTV.NEWS: मिहिजाम। आचार्य अनेकांत महाराज के सान्निध्य में श्री दिगम्बर जैन मंदिर में चल रहे 5 दिवसीय पंच कल्याणक महोत्सव का मंगलवार को मोक्ष कल्याणक पूजा, मूर्ति प्रतिस्थापन विसर्जन और भव्य शोभायात्रा के साथ समापन हो गया। आज मोक्ष कल्याणक महोत्सव के दौरान सुबह से ही मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी।

महोत्सव के तहत ध्यान एवम आशीर्वाद सभा, श्री जिनाभिषेक, नित्यर्चन, मोक्ष कल्याणक दृश्य, अग्नि देव द्वारा सत्कार विधि, मोक्ष कल्याणक पूजा, हवन, एवम पूर्णाहुति, प्रवचन एवम आशीर्वाद सभा, रथावर्तन, बेदी में भगवान विराजमान, कलशारोहण, ध्वजा एवम ध्वज्डण्डारोहन और विसर्जन विधियों और नियमों का पालन किया गया।

परम्परागत परिधान धारण कर बैंड बाजे ढोल तासे नगाड़े के साथ रथ पर भगवान को लेकर भव्य शोभायात्रा में सैकड़ों लोग पैदल भी शामिल हुए। घर के हर द्वार पर भगवान की आरती और पुष्पवर्षा की गई। मन्दिर से निकली शोभायात्रा बेसिक स्कूल से होकर में रोड होते हुए स्टेशन चौक, एक नम्बर गेट, से वापस रेलपार हटिया की ओर से वापस मन्दिर में आकर सम्पन्न हुई। इस दौरान खुसी से झूमते गाते लोगों ने जमकर अबीर गुलाल उड़ाए।

क्या है मोक्ष कल्याणक महोत्सव।
संसार मे रहते हुए भी सांसारिकता से छूट जाना या अलग होना ही मोक्ष है। कई लोग जीवन लीला से छूट जाने को ही मोक्ष मानते हैं लेकिन ऐसा नही है क्योंकि जीवन की लीला तो अनन्त है। जिससे पीछा नही छुड़ाया जा सकता। क्योंकि अगर जीवन ही समाप्त हो गया तो मोक्ष फिर किसलिए। पंच कल्याणक महोत्सव में पांचो कल्याणक पर गौर करे तो समझ पाएंगे कि गर्भ कल्याणक, जन्म कल्याणक, तप कल्याणक के बाद ज्ञान कल्याणक संस्कार के बाद या ज्ञान से ही मोक्ष की प्राप्ति हैं। REPORT: PANKAJ














