BHARATTV.NEWS; CHITRA:गिरजा व तुलसी डाबर कोल में काम करने वाले मजदूर एसपी माइंस के स्वर्णिम काल दोबारा लौट आने की बाट जोह रहे हैं। ताकि उन्हें रोजी रोजगार के पर्याप्त अवसर मिले। बेरोजगारी की समस्या दूर हो जाए।
80 के दशक से एसपी माइंस के कोल डंपो में काम करने वाले हीरालाल यादव, संतलाल रजक, योगेश्वर रजक,जुगनू यादव,पिंटू पाल,काजल अड्डी, प्र्काश यादव समेत सैकड़ों लोग कहते हैं कि एसपी माइंस के घाटे में चले जाने से उनका दुर्दिन आ गया। अब वे केवल दिन काट रहे हैं। रोजी रोजगार का जरिया पर ग्रहण लग गया है। तुलसी डाबर और गिरजा खदान में अपेक्षित कोयले का उत्पादन नहीं होता है। जिससे मजदूरों को ट्रकों में कोयला लादने का पर्याप्त अवसर नहीं मिल रहा है। उन्हें इंतजार है तत्कालीन महाप्रबंधक पवन कुमार सिंह जैसे महाप्रबंधक का। जिन्होंने एसपी माइंस को बुलंदी के शिखर पर पहुंचा था। ढाई सौ करोड़ से अधिक मुनाफा देकर इतिहास रच डाला था। उनके कार्यकाल में मजदूर खुशहाल थे। काम करने के पर्याप्त अवसर मिलने के कारण रोजी रोजगार की कमी नहीं थी। वर्तमान समय में काम के अभाव में असंगठित मजदूरों की बदहाली चरम पर पहुंचने लगी है। मजदूरों का कहना है कि ऐसा दुर्दिन पूर्व में कभी देखने को नहीं मिला था। परिवार के सदस्य नाराजगी जाहिर करते रहते हैं। कारण काम के अभाव में पैसे उनके हाथों में नहीं आ रहे हैं। सभी मजदूर ईश्वर से कामना करते हैं कि कोलियरी का संचालन बेहतर तरीके से हो। उनके दुर्दिन अच्छे दिन में तब्दील हो जाएं।












