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बिहार के सूचना जनसम्पर्क मंत्री नीरज कुमार ने लालू यादव के जन्मदिन पर किया अहम खुलासा

भारतटीवी.न्यूज डिजिटल डेस्क,पटना। भारतीय राजनीति में लालू प्रसाद यादव पर बहुत कुछ लिखा गया है, बहुत कुछ बोला गया है। फिलहाल जेल में हैं लेकिन राजनीति में उतने ही प्रासंगिक हैं जितने जेल जाने से पहले हुआ करते थे। गुरूवार को पूरे बिहार में जिंदगी के 73 बसंत देख चुके लालू यादव के जन्मदिन पर उनका परिवार और पार्टी ने जश्न मनाया। इस मौके पर 73 हजार गरीबों को खाना खिलाया गया तो विरोधी भी उनका जन्मदिन कुछ अलग अंदाज में मनाया। विरोधियों का अंदाज भी विरोधियों वाला ही रहा। विरोधियों ने उन्हें पोस्टर के माध्यम से घेरा। उनकी 73 संपत्तियों का विवरण कई जगह पोस्टर खास आरजेडी के उस पोस्टर के बगल में लगाए गया जिनमें लालू को महानायक बताया गया। गुरुवार को रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) में अपना 73वां जन्मदिन मनाया। इस मौके पर रिम्स के बाहर सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। लालू यादव पर जेडीयू ने गंभीर आरोप लगाए है, जिसमे लालू के तीसरे बेटे का जिक्र है, जिसके बाद राजनीति में भूचाल आ गया। जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कार्यकर्ताओं से बात कर जीत का मंत्र दिया वहीं भाजपा ने पटना में कार्यकर्ताओं के घर घर जाकर मोदी सरकार के कार्यों का पंपलेट बांटा और सरकार की ढेर सारी उपलब्धियां गिनाते नहीं थके।

जन्मदिन मानते लालू यादव

मंत्री नीरज कुमार ने पूछा लालू का तीसरा बेटा कौन है, पूछा- कौन है तरुण यादव, जिनके नाम पर लालू ने जमीनें खरीदी, क्या ये उनके दत्तक पुत्र हैं?

गुरूवार को लालू के जन्मदिन पर बिहार के सूचना जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने आरोप लगाया कि लालू ने संपत्ति की हेराफेरी तो की ही साथ में बाल अपराध भी किया। मंत्री ने कहा- लालू यादव के दो बेटे तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव हैं, ये तीसरा बेटा तरुण यादव कौन है। कहा कि जमीनों से जुड़े कई दस्तावेजों में लालू यादव ने तरुण यादव का नाम अपने बेटे के तौर पर कागजात में साफ साफ लिखा है। नीरज यहीं नहीं रूके। एक के बाद एक खुलासे करते हुए कहा कि लालू यादव ने नौकरी देने के नाम पर गरीबों की जमीन अपने बेटों के नाम लिखवा लीं। कई जमीनें लालू ने तरुण यादव के नाम लिखवाई हैं। पेपर्स में लालू ने तरुण को अपना बेटा बताया है।

लालू यादव के समर्थन में अपने शरीर पर लिखा लालू के जयकारे

गावं के लोगों को भी लालू ने नहीं बख्सा

नीरज ने आगे कहा कि लालू यादव ने ना तो अपने परिवार को छोड़ा और ना ही अपने गांव के लोगों का बख्सा। अपने गांव फुलवरिया के लोगों की जमीन भी लिखवायी। लिखवा ली। नीरज ने कहा कि तेजप्रताप का जन्म 1989 में हुआ था। लालू ने 1993 में तेजप्रताप के नाम जमीन लिखवा दी थी। रजिस्ट्री एक्ट के लिहाज से नाबालिग के नाम जमीन लिखवा रहे हैं तो अभिभावक का नाम देना अनिवार्य है। लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

नीरज ने कहा लालू ने बाल उत्पीड़न किया

जनसंपर्क मंत्री नीरज ने कहा कि जमीन खरीद से जुड़े इन दस्तावेजों को देखकर पता चलता है कि लालू ने संपत्ति की हेराफेरी ही नहीं, बल्कि बाल उत्पीड़न जैसा अपराध भी किया है। छोटी सी उम्र में किसी के साथ ऐसा फर्जीवाड़ा करना निश्चित रूप से उत्पीड़न का मामला बनता है। बताया कि लालू ने फुलवरिया गांव के प्रमोद कुमार सिंह से जमीन लेकर तेजप्रताप यादव और तरुण यादव के नाम लिखवाई। पेपर पर लिखा है कि तरुण यादव लालू यादव का बेटा है। हमारा मानना है कि उसे लालू यादव का बेटा होने का हक मिलना चाहिए। लालू परिवार को इसका जवाब देना होगा। मंत्री ने बताया कि लालू ने इतनी बेनामी संपत्ति अर्जित की है कि उनके बच्चों को भी पता नहीं होगा कि उनकी जमीन कहां-कहां है। अभी तो शुरुआत हुई है। इनकी संपत्ति के राजनीतिक पोस्टमॉर्टम के लिए हम लोग तैयार हैं।