ओम प्रकाश शर्मा, जामताड़ा/झारखंड – आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जामताड़ा जिला अनुसूचित जाति मोर्चा ने झारखंड सरकार के एक विवादास्पद निर्णय के खिलाफ आवाज उठाई। सरकार द्वारा जिलावार चौकीदार भर्ती में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षण को समाप्त करने के फैसले के विरोध में भाजपा नेताओं ने जिला उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा।
भाजपा के जामताड़ा जिला अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष प्रकाश रजक के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त कार्यालय का दौरा किया। इस अवसर पर अनुसूचित जाति मोर्चा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे, जिनमें प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हितेश दास, बिंदापाथर अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष रोहित मिर्धा, वार्ड पार्षद गोउर बाउरी, टिंकू पासवान और विवेक कुमार प्रमुख थे।
प्रतिनिधिमंडल ने इस निर्णय को अनुसूचित जाति समुदाय के हितों के खिलाफ बताया और इसे तत्काल वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह कदम समाज के इस वर्ग के साथ अन्याय है और इससे उनके रोजगार के अवसर कम होंगे।
भाजपा नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने अपना फैसला वापस नहीं लिया, तो वे व्यापक जन आंदोलन शुरू करने पर मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर राज्य स्तर पर भी आवाज उठाएंगे और आवश्यकता पड़ने पर न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगे।
उपायुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वे उनकी चिंताओं को राज्य सरकार तक पहुंचाएंगे और जल्द ही इस मामले पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना झारखंड में जातीय आरक्षण के मुद्दे पर चल रहे विवाद को और गहरा कर सकती है, जिससे आने वाले दिनों में राजनीतिक गतिविधियां तेज होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
चौकीदार भर्ती में अनुसूचित जाति आरक्षण रद्द करने के विरोध में भाजपा ने सौंपा ज्ञापन















