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 गैंगस्टर प्रिंस खान और आशीष रंजन को गिरफ्तार कराने वाले को मिलेंगे लाखों रुपए इनाम

गैंगस्टर प्रिंस खान और आशीष रंजन को गिरफ्तार कराने वाले को मिलेंगे लाखों रुपए इनाम

धनबाद। कुख्यात अपराधी गैंगस्टर प्रिंस खान और आशीष रंजन को गिरफ्तार कराने वाले की इनाम की राशि बढ़ा दी गई है। गैंगस्टर प्रिंस खान को गिरफ्तार कराने वाले को अब पांच लाख रुपए का इनाम स्वरूप दिया जाएगा। वहीं, आशीष रंजन उर्फ छोटू के ऊपर भी इनाम की राशि बढ़ाकर चार लाख रुपए कर दी गई है। प्रिंस खान को पकड़वाने के लिए पहले पचास हजार रुपए इनाम रखा गया था, जबकि आशीष रंजन के ऊपर पांच हजार रुपए रखा गया था।

एसएसपी एचपी जनार्दनन ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑर्गनाइज्ड क्राइम धीरे-धीरे यहां पनप रहा है, जिसमें दो गैंग सक्रिय हैं। इनमें एक प्रिंस खान का गिरोह है, वहीं दूसरा जेल में कुख्यात अमन सिंह की हत्या के बाद उसका राइट हैंड आशीष सिंह चला रहा है। पुलिस लगातार दोनों के ऊपर कार्रवाई कर रही है। दोनों धनबाद से बाहर रहकर अपना गिरोह चला रहे हैं। प्रिंस खान के ऊपर पांच लाख रुपए का इनाम रखा गया है, जबकि आशीष रंजन के ऊपर चार लाख रुपए इनाम की घोषणा की गई है। दोनों को पकड़ने के लिए जो भी लोग लगे हुए हैं, वे और अधिक मोटिवेट होंगे। जो भी इन्हें पकड़वाएंगे, उन्हें पांच लाख और चार लाख की राशि दी जाएगी।

बताते चलें कि प्रिंस खान के खिलाफ बिहार और झारखंड के अलग-अलग थानों में कुल 91 मामले दर्ज हैं। 24 नवंबर 2021 को गैंगस्टर फहीम खान के करीबी जमीन कारोबारी नन्हे खान की हत्या हुई थी। इस दिन से प्रिंस खान फरार है। झारखंड पुलिस के आग्रह पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कर दिया है।

हत्या, जानलेवा हमला, रंगदारी जैसे संगीन मामलों में आशीष रंजन फरार चल रहा है। सरायढेला के जमीन कारोबारी समीर मंडल की हत्या में पहली बार आशीष जेल गया था। 12 मई 2021 को सरफुल हसन उर्फ लाला की हत्या में भी उसका नाम सामने आया। धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या में भी आशीष आरोपी है। वीडियो वायरल कर उसने खुद अमन की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।

पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी, कई करीबी हिरासत में
धनबाद पुलिस ने इन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी अभियान शुरू कर दिया है। हाल ही में पुलिस ने प्रिंस खान और आशीष रंजन के कई करीबियों को हिरासत में लिया है। उनसे लगातार पूछताछ की जा रही है ताकि इनके ठिकाने का पता लगाया जा सके।

फर्जी दस्तावेजों से छिपने की कोशिश
सूत्रों के अनुसार, दोनों अपराधी पहचान छिपाने के लिए फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों का इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि वे नेपाल और बंगाल के कुछ इलाकों में छिपे हो सकते हैं।

खूफिया एजेंसियों की भी मदद ली जा रही
पुलिस प्रशासन ने इन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए खुफिया एजेंसियों से भी सहयोग मांगा है। जल्द ही विशेष टीम गठित कर ऑपरेशन तेज किया जाएगा।

पुलिस ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
अगर किसी को इन अपराधियों के बारे में कोई भी जानकारी मिलती है तो वे पुलिस के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा और उन्हें घोषित इनाम भी दिया जाएगा।