आसनसोल मेयर जितेंद्र तिवारी ने तोड़ी चुप्पी
आसनसोल। तृणमूल के पश्चिम वर्द्धवान जिलाध्यक्ष सह आसनसोल मेयर जितेन्द्र तिवारी ने चुप्पी तोड़ते हुए सोमवार को कई खुलासे किये जिसके बाद राजनीति गरमा गई। जितेन्द्र के चुप्पी तोड़ने से भाजपा को फायदा नजर आया और सोसल साइट पर टिप्पणी आने लगी। बगावती तेवर अपनाये मेयर ने शहीर विकास मंत्री को लिखे गोपनीय पत्र लीक होने के बाद नाराज दिखे। बंगाल के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम को पांडेश्वर विधायक सह आसनसोल मेयर जितेंद्र तिवारी द्वारा लिखे गोपनीय पत्र कैसे और किसने लिक किया यह अभी सामने नहीं आया है। लोगों में चर्चा हो रही है कि विधानसभा चुनाव से पहले अगर यह पत्र सामने नहीं आता तो क्या मेयर अपने ही मंत्री के खिलाफ क्या कुछ बोलते। जितेन्द्र तिवारी ने कहा कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट के लिए आसनसोल सिटी को केंद्र सरकार से 15 सौ करोड़ रुपये का फंड मिल सकता था लेकिन मंत्री फिरहाद हकीम और उनके विभाग ने केंद्र सरकार के फंड का लाभ प्राप्त करने की अनुमति नहीं दी। आसनसोल को केंद्रीय कोष से वंचित रखा गया। वहीं मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा है कि इस तरह की चिट्ठी भेजने का कोई औचित्य नहीं। जितेंद्र तिवारी ने राज्य के शहरी विकास मंत्री श्री हकीम को भेजे गये पत्र में लिखा कि आसनसोल शहर को केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने मिशन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए चुना था यदि आपके द्वारा अनुमति दी गयी होती तो हमें 2000 करोड़ रुपये की राशि मिल सकती थी जिससे यहां विकास होता। इस प्रोजेक्ट के लिए आसनसोल नगर निगम के पार्षदों ने दिनरात मेहनत की थी। राजनीतिक कारणों से आसनसोल इस परियोजना का लाभ पाने से वंचित रह गया। राज्य सरकार ने वादा किया कि लेकिन फंड नहीं मिला।
















