जय झारखण्ड “
जय झारखण्ड बोलो
सबको साथ लेकर चलो।।
मिल गया है झारखण्ड राज्य
करना है विकास आज
मिले हर हाथ को काज
यह संकल्प लेकर चलो।।
जय————–लेकर चलो।।१

बन जाये यह स्वर्ग जैसे
लाभ मिले हर वर्ग को कैसे
हर चीज हैं सुलभ वैसे
हर प्रयास लेकर चलो।।
जय —————लेकर चलो।।२
झारखण्डी को जगा है आस
अब भागेगा दुःख है विश्वास
पीड़ित वर्ग न हो निराश
सबकी आस जगाते चलो।।
जय ———लेकर चलो।।३
आपस में न कोई दंगा हो
ऐसा कोई न फंदा हो
धंधा किसी का न मंदा हो
सबको साथ मिलाते चलो।।
जय झारखण्ड बोलो
सबको साथ लेकर चलो।।४
” यहां सुख के सभी साधन हैं
फिर भी क्यों क्रंदन हैं?
क्यों भ्रष्टाचार और शोषण हैं?
इन्हें अब मिटाते चलो।।”
जय———लेकर चलो।।५
- लिखते हैं ‘कवि काल ‘
मिटाओ माया मोह जाल
दूर करो हर जंजाल
सबको खुशहाल बनाते चलो।।*
जय झारखण्ड बोलो
सबको साथ लेकर चलो।।६ - झारखण्ड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एक भेंट।
— धनेश्वर सिंह काल पत्रकार सह-लेखक जामताड़ा।















