आसनसोल: यूनियन केबिनेट के द्वारा मिशन कर्मयोगी की शुरुआत 20 सितंबर, 2020 को की गई थी। मिशन कर्मयोगी – सिविल सर्विस दक्षता निर्माण (एनपीसीएससीबी) के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम – का उद्देश्य है भारतीय ब्यूरोक्रेसी में सुधार और भविष्य के लिए सिविल सेवक को तैयार करना। इस कार्यक्रम का लक्ष्य है – “दक्ष लोक सेवा प्रदान करने हेतु व्यक्तिगत/सांस्थानिक (इंस्टीट्यूशनल) और प्रक्रियागत स्तर पर क्षमता निर्माण उपकरण (अपार्चस) का व्यापक सुधार।”
इस राष्ट्रीय नीति के अनुसरण में पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल ने मिशन कर्मयोगी की शुरुआत की है। श्री परमानंद शर्मा, मंडल रेल प्रबंधक/आसनसोल, श्री एम.के. मीना/अपर मंडल रेल प्रबंधक-1, श्री बी.के. त्रिपाठी/अपर मंडल रेल प्रबंधक-2, श्री शांतनु चक्रवर्ती /वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, श्री कौशलेंद्र कुमार /वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय), श्री एस.बी. सिंह/ वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक ने आज आसनसोल में मंडल के प्रधान प्रशिक्षकों के साथ गहन बातचीत की। आसनसोल मंडल में मिशन कर्मयोगी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 29.03.2022 से मंडल के तीन विभिन्न स्थानों अर्थात जसीडीह, अंडाल और आसनसोल में किया गया। आज कुल मिलाकर 73 कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। सुपर ट्रेनरों द्वारा जसीडीह में 24 कर्मचारियों को, अंडाल में 29 कर्मचारियों को और आसनसोल में 20 कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। मंडल रेल प्रबंधक ने इस बात पर बल दिया कि आम जनता से संपर्क के दौरान रेलवे कर्मचारियों के आचार-व्यवहार में विनम्रता अत्यावश्यक है।














