उपराष्ट्रपति के हस्तक्षेप के बाद केंद्र, चिकित्सा विशेषज्ञों का एक दल एलुरु भेज रहा है
NEW DELHI : केंद्र, आंध्र प्रदेश के एलुरु में पिछले कुछ दिनों में बच्चों के अज्ञात बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती होने के मामले में उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू द्वारा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री हर्ष वर्धन से बात करने के बाद चिकित्सा विशेषज्ञों का एक दल एलुरु भेज रहा है।
300 से अधिक बच्चों के बीमार होने की रिपोर्ट आने के बाद उप-राष्ट्रपति ने प्राथमिक सूचना के लिए सबसे पहले ज़िला अधिकारी से बातचीत की। बाद में उन्होंने एम्स, मंगलागिरी के निदेशक और एम्स, दिल्ली के निदेशक से बातचीत की। उपराष्ट्रपति को सूचित किया गया कि खून के नमूने परीक्षण के लिए एम्स, दिल्ली भेजे गए हैं।
तदुपरान्त उपराष्ट्रपति ने श्री हर्षवर्धन से बातचीत कर प्रभावित बच्चों में बीमारी का पता लगाने और उसका उपचार उपलब्ध कराने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करने को कहा। केंद्रीय मंत्री ने उन्हें बताया कि लैब रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद बीमारी के कारणों का पता लगाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ-साथ एम्स के निदेशक ने उप-राष्ट्रपति को आश्वस्त किया कि रक्त परीक्षण की रिपोर्ट आने के बाद बीमारी का पता लगने पर उपचार आरंभ किया जाएगा।
ज़िला अधिकारी रेवू मुतयाला राजू ने उपराष्ट्रपति को सूचित किया कि बच्चों में बीमारी के कारणों का पता लगाने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में घर-घर सर्वेक्षण करवाए जा रहे हैं और गुंटूर तथा कृष्णा जिलों से चिकित्सा दल को सेवा में लगा दिया गया है।
बच्चों में चक्कर आने, बेहोश होने और सिरदर्द तथा उल्टी होने की समस्याएं आ रही हैं।
उपराष्ट्रपति को बताया गया कि एम्स की एक पॉइज़न कंट्रोल टीम ने इस संबंध में कल एलुरु के चिकित्सकों से बातचीत की।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सूचित किया कि ज़िले से प्राप्त महामारी और क्लीनिकल सूचना के आधार पर केंद्रीय दल के निम्नलिखित सदस्यों को भेजा जा रहा है:
1. डॉ. जमशेद नायर, एसोसिएट प्रोफेसर (आपात औषध) एम्स से,
2. डॉ. अविनाश देवशतवार, वायरोलोजिस्ट, एनआईवी पुणे
3. डॉ. संकेत कुलकर्णी, उप निदेशक, पीएच विशेषज्ञ, एनसीडीसी, दिल्ली
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