चित्तरंजन। चित्तरंजन थाना की ओर से रवीन्द्र नाथ टैगोर की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। मौके पर थाना प्रभारी अतिन्द्रनाथ दत्त ने माला पहनाकर कविगुरू को उनकी जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। इसके बाद पुलिसिया वाहन से चिरेका नगरी में उनके आर्दश, कोरोना काल में सामाजिक दूरी बनाये रखने की अपील की। मौके पर छात्र परिषद नेता मिथुन मंडल, अनिमेश भुई आदि मौजूद थे। मौके पर लोगों में मिठाई भी बांटी गई। बताया जाता है कि गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगौर का जन्म 1861 में कोलकत्ता में हुआ था। इन्हे बचपन से ही कविता लिखने का शौक था। उनको किसानों से काफी प्रेम था। किसान उनके बारे में कहते थे कि हमने पैगम्बर तो नही देखा लेकिन बाबू मोशाय को देखा है। काव्यकृति गीतांजली के लिए उनको नोबल पुरस्कार मिला। उन्होने शंति निकेतन की स्थापना की। जिसे आज विश्व भारती विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है। वह ऐसा विद्यालय है जहां पर कक्षाए वृक्षों के नीचे चलती है। उन्होंने हजारों गीत लिखे। जिसमें जन गण मन अधिनायक जय हो देश का राष्ट्रगान शामिल है
















