ट्रॉली का निर्माण चिरेका इन-हाउस इंजीनियरों द्वारा किया गया है जो परिष्कृत रिमोट नियंत्रित तकनीक और रिमोट कैमरा के साथ दो तरह से संचार की सुविधा से लैस है
चित्तरंजन । चिरेका स्थित के.जी अस्पताल के आइसोलेटेड मरीजों की सुविधा और सेवा के लिए रिमोट नियंत्रित मेडिकल ट्रॉली का सफल परीक्षण यहां के अभियंताओं द्वारा किया गया है। इस ट्रॉली का निर्माण नयी विकसित सोच का परिचय देते हुए चिरेका इन-हाउस इंजीनियरों द्वारा किया गया है जो परिष्कृत रिमोट नियंत्रित तकनीक और रिमोट कैमरा के साथ दो तरह से संचार की सुविधा से लैस है।
इसके साथ ही चिरेका ने कोविद-19 के खिलाफ लड़ने के लिए इस नयी तकनीक वाली मेडिकल संयंत्र का निर्माण करके देश में लॉकडाउन के दौरान बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस सफल परीक्षण के कारण अब आपसी दूरी और अस्पर्श का ख्याल रखते हुए सेवा प्रदान करना जैसे 30 मीटर की दूरी से ही इस रिमोट का संचालन संभव हो पायेगा। दवा,भोजन बिस्तर आदि करीब 20 किलो तक वजन की वस्तुएं भी इस संयंत्र से ढ़ोना संभव हो पायेगा। रात्रि सेवा प्रदान करने वाला एक कैमरा से यह ट्राली लैश है। मोबाइल एप्प के जरिये रोगी के रिश्तेदार रोगी को देख व सुन सकेंगे। मेडिकल ट्रॉली के सफल परीक्षण से कोरोना के प्रसार के रोकथाम के दिशा में उपयोगी साबित होगा.
ज्ञातव्य हो की कोरोना संकट में चिकित्सा के क्षेत्र में जरूरी समस्या समाधान के लिए चिरेका कर्मियों द्वारा इस तरह के अविष्कार रूपी खोज एक अनुकरणीय कदम भी साबित हो सकते है। चितरंजन रेल इंजन कारखाना के होनहार अभियंताओं की टीम द्वारा तैयार किया गया यह संयंत्र के सफलता को लेकर श्री प्रवीण कुमार मिश्रा, महाप्रबंधक, चितरंजन रेल इंजन कारखाना ने पूरी टीम को बधाई दी है।















