मत्सय कानून की उड़ रही है धज्जियां
आसनसोल/रूपनारायणपुर। विगत कई सालों से आसनसोल शिल्पांचल इलाके में जमकर अवैध तरीके से कानून को ताक पर रखकर तालाब भराई का काम जारी है और इस तरह से पर्यावरण की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। एक ताजा मामला सालानपुर थाना क्षेत्र के देंदुआ बाउरी पाड़ा के टाली बंग्ला स्थित विशालकाय तालाब की है। जहां कुछ दिन पहले वैश्विक महामारी कोरोना के लाॅकडाउन कानून की धज्जियां उड़ाते हुए एक व्यक्तिगत तालाब को भरने का प्रयास किया गया। जिसका ग्रामिणों ने पूरजोर विरोध किया। जिसके बाद फिलहाल तालाब भराई का कार्य बंद किया गया है। मामले में सालानपुर थाना प्रभारी पवित्र कुमार गंगुली ने बताया कि मामले में थाने में केस दर्ज कर लिया गया है और छानबीन जारी है। इस तालाब भराई का खुलासा होने के बाद पूरे इलाके में चर्चा का माहौल है।
इलाके में अन्य तालाबों की भराई का मामला एकबार फिर ताजा हो गया है। प्रखं डमें कई ऐसे पुराने मामले है जिसमें खुलेआम तालाब की भराई कर दी गई लेकिन सभी मौन रहे। रूपनारायणपुर में भी पहले सरेआम तालाब की भराई कर दी गई और अभी भी चोरी छिपे तालाब भरने का सिलसिला जारी है। प्रखंड में कई जगह विरोध भी हुआ लेकिन सुननेवाला कोई नहीं। लोगों का कहना है कि अगर तालाब भराई का ख्ुालासा नहीं होता तो न जाने अब तक यह तालाब भर जाता होता और प्लोटिंग कर यहां फलैट अथवा मोटी रकम में जमीन बेची भी जा सकती थी।

विदित हो कि दो साल पहले भी अंडाल के खांद्रा वर्कशॉप कॉलोनी के समीप रात के अंधेरे में अवैध ढंग से तालाब की भराई किया गया था।
वहीं बताया जा रहा है कि तालाब मालिक के संरक्षक ने पुलिस को बताया है कि तालाब को इसलिए भरा जा रहा था ताकि वहां मछली पालन किया जा सका। लेकिन यह तर्क पुलिस को हजम नहीं हो रहा है। अब देखना सह है कि इस तालाब पर पुलिस प्रषासन तथा स्थानीय बीएलआरओ प्रषासन क्या कार्रवाई करती है। विदित हो कि दो साल पहले भी अंडाल के खांद्रा वर्कशॉप कॉलोनी के समीप रात के अंधेरे में अवैध ढंग से तालाब की भराई किया गया था।यह तालाब तकरीबन एक एकड़ जमीन पर फैला हुआ है। जिस तालाब के पानी का उपयोग इलाके के लोग प्रत्येक करते हैं। इस तालाब पर भूमि माफियाओं की निगाह है। इस कारण रात के अंधेरे में इस तालाब के किनारे मिट्टी की भराई हो रही थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पहले भी इलाके के कई तालाबों की भराई अवैध तरीके से हो चुकी है। अब इस तालाब पर भूमि माफियाओं की निगाह है।
















