ओम प्रकाश शर्मा
चित्तरंजन। देश व दुनिया में फैली कोरोना वायरस की दहशत के बीच चित्तरंजन रेल नगरी में कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज पाए जाने की खबर महज अफवाह निकली। इस खबर के सोसल मीडिया में आने के बाद हरकत में आई चिरेका के जनसम्पर्क विभाग ने इसका खंडन करते हुए प्रेस रिलीज जारी कर अफवाह बताया और अफवाह फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी हो सकती है। चिरेका प्रशासन की ओर से कहा गया है कि विभाग पूरी तरह से सतर्क है और लोग भी अफवाहों पर ध्यान न दें, बल्कि संकट की इस घड़ी में ज्यादा सतर्क रहें। भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से संकोच करें और अपने हाथ बार-बार साबुन से जरूर धोते रहें। चिरेका प्रषासन ने बताया कि कुछ शरारती तत्वों द्वारा कस्तूरबा गांधी अस्पताल में कोरोना वायरस से ग्रस्त रोगी के पॉजिटिव होने की खबर का भ्रम फैलाया जा रहा है। जो वास्तव में सत्य से परे है। अभी तक सीएलडब्ल्यू में कोई कोरोना से संक्रमित सकारात्मक लक्षण नहीं पाया गया है। सोमवार तक 64 रोगियों की जांच एवं स्कैनिंग की गई है जिसमें एक भी पॉजिटिव परिणाम सामने नहीं आया है। चिरेका ने 22 आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की है और 160 कर्मचारियों को इसकी रोकथाम के अन्तर्गत प्रशिक्षण दिया गया है ताकि चितरंजन रेल इंजन कारखाना के सभी साथी निवासी इस महामारी के संकट की घड़ी में संयम और सूझबूझ से काम लेंगे और दूसरे साथियों को भी ऐसी ही सलाह देंगे और सोशल मीडिया पर गलत प्रचार से बचने का प्रयास करेंगे।
22 आइसोलेशन बेड और 160 कर्मियों को किया प्रशिक्षित

चित्तरंजन में झारखंड-बंगाल सीमा सील














