रविवार सुबह तक भारत में करोना के मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 327
22 मार्च रविवार को जनता कर्फ्यू की है तैयारी
ओम प्रकाश शर्मा
भारतटीवी.न्यूज। आज अमावस्या है। रात होगी काली,सभी वायरस, जीवाणु और बुरी शक्तियां होगी सक्रिय। ऐसे में 130 करोड़ लोगों की ताली घरों और मंदिरों में घंटियां बजाकर और शंख ध्वनि कर वायरस और बुरी शक्तियों के खिलाफ एकजुट होने का है आज दिन
सभी भारतीय रविवार दिनांक शाम 5 बजे ताली बजाएं, घर और मंदिरों में घंटी बजाएं और शंख ध्वनि कर उन सभी कर्मियों के प्रति अपना आभार व्यक्त करें जो अपनी जान की परवाह करे बगैर आपकी सुरक्षा में जुटे हुए हैं। वो अपना कर्तव्य निभा रहे हैं, वो कोरोना से आपके लिए मुकाबला कर रहे हैं। ये लोग स्वास्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी, मीडियाकर्मी और ऐसे कई लोग हैं। देष के प्रधानमंत्री के इस अपील की देषभर में सराहना हो रही है। हमारे वैदिक संस्कृति में विभिन्न रोगों का वर्णन और उसके उपचार का भली-भांति कई प्रकार के वर्णन मिलते हैं कि कुछ तिथि विशेष पर हानिकारक रोगाणु सक्रिय होते हैं और उनकी वजह से धरती पर रोग फैलते हैं। जिसके चपेट में बड़ी संख्या में लोग आते हैं। जिसे महामारी कहा जाता है। महामारी से निपटने के उपाय वैदिक ग्रंथों में बताए गए हैं।
रविवार सुबह तक भारत में करोना के मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 327
आज 22 मार्च रविवार सुबह तक भारत में करोना के मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 327 हो गयी है। भारत सरकार के मुताबिक कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों का आंकड़ा रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक बढ़कर 327 हो गया है। षनिवार शाम साढ़े छः बजे तक कुल 321 संक्रमित मामले सामने आए थे। जिसमें 300 लोगों को हॉस्पिटलाइज किया गया है। 23 लोगों को मामले में रिकवर्ड किया गया है जबकि 4 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। कोरोना वायरस बेकाबू हो रहा है और इसके खतरे बढ़ रहे हैं। भारत के कई शहरों में लॉकडाउन की स्थिति है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा असर देखने को मिला है। मुंबई, नागपुर और पुणे में सड़कें सुनसान हैं। इस बीच, रविवार आज 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की तैयारी की गई है।
इस तरीके से होगा वायरस का सफाया
पीएम मोदी की इस अपील का मतलब साफ है। जो ज्योतिष को ब्रह्माण्ड की गहराइयों से जोड़कर देखता है। आज रविवार 22 मार्च को अमावस्या है और आज चंद्रमा रेवती नक्षत्र से गुजरेगा। रात काफी काली होगी। सभी वायरस, जीवाणु और बुरी शक्तियां काफी ज्यादा सक्रिय होगी। यदि आज 130 करोड़ भारतीय एक साथ ताली बजाएंगे, घरों और मंदिरों में घंटियां बजाएंगे और शंख ध्वनि करेंगे तो इस तरह के वायरस और बुरी शक्तियों की पॉवर काफी कम हो जाएगी, जिससे हमारा वातावरण शुद्ध होगा और इस तरह की महामारी का प्रकोप कुछ हद तक कम होगा।
शंखध्वनि से रोगाणु का नाश
इस बात का शास्त्रों में वर्णन किया गया है और विज्ञान से भी सिद्ध हुई है कि ताली बजाने और शंख ध्वनि से खगोलीय ऊर्जा का उत्सर्जन होता है, जो जीवाणु का नाश कर लोगों में ऊर्जा और शक्ति का संचार करता है। इसी तरह ताली बजाने से रक्त संचार बेहतर होता है और रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। इसके साथ ही कई दूसरी बीमारियों में भी फायदा होता है। शरीर मे ऑक्सीजन का बहाव सही तरीके से होता है और फेफड़ों में ऑक्सीजन सही तरीके से पहुंचती है। इसी तरह घंटी बजाने से वातावरण में मौजूद जीवाणु, विषाणु आदि का नाश होता है।














