Bharat TV News | "The Right Path to Journalism"

"सच वही जो हम दिखाएं"

चित्तरंजन रेल इंजन कारखाने में ब्लास्ट , ५ घायल

शॉप नंबर 59 के इलेक्ट्रिकल रिपेयरिंग शॉप में ब्लास्टिंग से पांच लोग बुरी तरह से घायल

ओम शर्मा ,चित्तरंजन (BHARATTV.NEWS) : चितरंजन रेल इंजन कारखाना में शनिवार को टीपीटी सब स्टेशन नंबर H2 के समीप शॉप नंबर 59 के इलेक्ट्रिकल रिपेयरिंग शॉप में ब्लास्टिंग से पांच लोग बुरी तरह से घायल होने की खबर है। इस घटना में एक ट्रांसफार्मर अचानक ब्लास्ट हो गया जिसके कारण चितरंजन रेल इंजन कारखाना के तीन स्थाई कर्मचारी और दो ठेका कर्मचारी घायल हो गए हैं। तीन घायल लोगों को दुर्गापुर मिशन अस्पताल रेफर किया गया है जबकि दो लोग चितरंजन रेल इंजन कारखाना कस्तूरबा गाँधी अस्पताल में इलाजरत है। घायलों में १-असीम कुमार सिन्हा (RLY) 2. चिन्मय किट्टी (RLY) 3. तापस ठीकादार (RLY) 4. नंदकिशोर रजक (नॉन रेलवे ) 5. रासबिहारी कर्मकार (गैर-आरएलवाई) हैं । मामले ऐसा चिरेका के प्रवक्ता चित्रसेन मंडेला ने बताया की घटना घाटी है जिसकी छानबीन चल रही है। घायलों को इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। वहीँ घटना की सुचना पाकर इस संबंध में नेशनल फेडरेशन ऑफ़ इंडियन रेलवे के नेता इंद्रजीत सिंह अपने समर्थको के साथ घटना की सुचना चिरेका अस्पताल घयलों को देखने पहुंचे। मौके पर उन्होंने बताया की हम लोग जीएम साहब के साथ मीटिंग में बैठे थे तभी अचानक यह खबर मिली कि यहाँ कारखाने में ट्रांसफार्मर ब्लास्ट हुआ है और जिसमें पांच लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। घटना क्यों हुई यह सुपरवाइजर छानबीन करने के बाद ही बता सकेगा। उन्होंने बताया कि ट्रांसफार्मर में ऑयल चेंज हो रहा था उसी समय यह घटना घटी है। कहा की तीन लोग रेलवे कर्मचारी हैं और दो लोग कांट्रेक्चुअल स्टाफ है यह घटना बहुत ही दुखद है। उन्होंने चिरेका प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगते हुए कहा की सेल का जो प्राइवेट एजेंसी से जो ऑउटसोर्सिंग हो रहा है उसका टारगेट ३७५ सेल देना है लेकिन अभी तक तीन महीने में मात्र २५ सेल ही हो पाया है। करोडो रूपये का मशीन खरीदकर जो कंपनी टेंडर लिया है वह मनमानी कर रहा है। अगले ९ महीने में ३७५ सेल देना है जिसका टारगेट देना है। ऐसे में कर्मचारियों के साथ यह हादसा बेहद दुखद है। प्रशासन का ध्यान सिर्फ उत्पादन पर ही बढ़ा हुआ है। रेलवे का लक्ष्य सिर्फ सिर्फ अपना उत्पादन बढ़ाना है कर्मचारियों की सुरक्षा का जो मापदंड है उसे पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आज भी हम लोगों ने जीएम साहब को यह बताया है कि कारखाना का जो बोगी शॉप है, मैन्युफैक्चरिंग शॉप है, उसको बंद करके दूसरे जगह लगाया जा रहा है। कोई क्लियर पिक्चर सामने नहीं है। रोज नया-नया फरमान आता है। नया-नया आदेश आता है। लोग अपने जान का बाजी लगा कर काम कर रहे हैं।