रेड क्रॉस के शिविर में पांच महिलाओं ने भी किया रक्तदान
संयुक्त सचिव व कार्यकारिणी सदस्य समेत 12 ने किया रक्तदान
BHARATTV.NEWS; दुमका। भारतीय रेड क्रॉस सोसाईटी के दुमका शाखा द्वारा विश्व विकलांगता दिवस के अवसर पर रविवार को थैलेसीमीया विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह रक्तदान शिविर उपायुक्त सह अध्यक्ष ए. दोड्डे के निर्देश पर लगाया गया। इस रक्तदान शिविर में पांच महिलाओं ने भी रक्तदान किया जिनमें संजना राज, राखी देवी, सोना सिंह, कविता सिंह और रिन्कु शरण शामिल हैं। रेड क्राँस सोसायटी के संयुक्त सचिव-2 डा सिकंदर कुमार, कार्यकारिणी सदस्य उज्जवल कुमार दास, मणि केशरी, आजीवन सदस्य राजेश कुमार पाण्डे, आनन्द गुटगुटिया व मनोज भंडारी के अलावे फारूख अब्दुल समेत 12 लोगों ने रक्तदान किया। चेयरमैन डा राजकुमार उपाध्याय, सचिव डा अमरेंद्र कुमार यादव, वाइस चेयरमैन डा मनोज कुमार घोष एवं कार्यकारिणी सदस्य रूपम किशोर सिंह बंटी अक्टूबर में रक्तदान कर चुके हैं जिस कारण वह इस शिविर में रक्तदान नहीं कर पाये। रक्तदान करनेवालों में चेयरमैन डा राज कुमार उपाध्याय की पुत्री 18 वर्ष की संजना राज, संयुक्त सचिव-1 धर्मेन्द्र सिंह बिट्टू की पत्नी 48 वर्षीय सोना सिंह और कार्यकारिणी सदस्य 50 वर्षीय उज्जवल कुमार दास ने जीवन में पहली बार रक्तदान किया है। इसके अलावा कोषाध्यक्ष अंजनी शरण का रक्त ग्रूप एबी नेगेटिव होने के कारण उन्हें रिजर्व रखा गया। उनकी पत्नी रिन्कु शरण ने रक्तदान किया। वाईस चेयरमैन डा मनोज कुमार घोष अपने मैरिज एनिवर्सरी और मां की पूण्य तिथि पर रक्तदान किया करते हैं। राखी देवी ने अपने मैरिज एनिवर्सरी के दिन रक्तदान किया है। रक्तदान शिविर के साथ ही दो दिनों से रक्त का इंतजार कर रहे थैलेसीमिया मरीज मनीष देहरी को एक यूनिट रक्त मिल गया। रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा इस वर्ष लगाया गया यह तीसरा रक्तदान शिविर है। इससे पूर्व भारतीय रेड क्रॉस सोसाईटी के स्थापना दिवस सह थैलेसीमीया दिवस पर 08 मई और गांधी जयंती पर 02 अक्टूबर को रक्तदान शिविर लगाया गया था।
रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि दुमका में पहले के अपेक्षा अधिक संख्या में ऑपरेशन हो रहे हैं। सड़क दुर्घटनाएं भी लगातार हो रही है। दुमका ब्लड बैंक से 50 से अधिक थैलेसीमिया मरीज जुड़े हुए हैं जिन्हें हर माह करीब 70 यूनिट ब्लड बिना रिप्लेसमेंट के देना होता है। इस तरह से हर माह करीब 125 यूनिट रक्त की आवश्यकता है। सोसायटी विभिन्न संगठनों के साथ समन्वय बना कर रक्तदान कैलेण्डर बनाने में लगी है ताकि रक्त की उपलब्धता बनी रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी रक्तदान शिविर लगाने का प्रयास किया जा रहा है। चेयरमैन डा राज कुमार उपाध्याय ने बताया कि ब्लड बैंक में रक्त उपलब्धता शुन्य हो गयी थी जिस कारण रेड क्रॉस सोसायटी ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया है। इसके तहत 05 दिसम्बर को महिन्द्रा फाईनेंस और 08 दिसम्बर को एचडीएफसी द्वारा रक्तदान शिविर आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी के लिए रक्तदान करने के बजाय लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए आगे आना चाहिये। वाइस चेयरमैन डा मनोज कुमार घोष ने कहा कि थैलेसीमिया के अलावा डायलिसिस, एनेमिया, ऑपरेशन के मरीजों और प्रसव के दौरान भी रक्त की जरूरत पड़ती है। 18 से 65 आयुवर्ग के सभी लोगों को तीन माह के अंतराल पर रक्तदान करना चाहिये। शिविर में रेड क्रॉस सोसाईटी के चेयरमैन डा राज कुमार उपाध्याय, वाइस चेयरमैन डा मनोज कुमार घोष, सचिव डा अमरेन्द्र कुमार यादव, कोषाध्यक्ष अंजनी शरण, संयुक्त सचिव-1 धर्मेन्द्र सिंह बिट्टू, संयुक्त सचिव-2 डा सिकंदर कुमार, कार्यकारिणी सदस्य उज्जवल कुमार दास, मणि केशरी, रूपम किशोर सिंह बंटी, ब्लड बैंक के प्रभारी डाक्टर कुणाल पाण्डेय, आजीवन सदस्य रमण वर्मा, दशरथ महतो, ब्लड बैंक के प्रभारी डाक्टर कुणाल पाण्डेय, ब्लड बैंक के तकनीशियन प्रकाश कुमार दे, एलटी रोशा हेम्ब्रम, जीएनएम एस्पिना मराण्डी, मुन्ना आदि उपस्थित थे।
विश्व विकलांगता दिवस पर थैलेसीमीया विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन














