नई पेंशन योजना शेयर बाजार पर आधारित इसलिए सुरक्षित नहीं है?
BHARATTV.NEWS,CHITTARANJAN: चिरेका में रेलकर्मियों की अगुआई करने वाली रेलवे यूनियन सीआरएमसी ने NOPS आंदोलन को और तेज करने का आह्वान मंगलवार को किया। चिरेका नगरी के आर सेवन मार्किट में आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए यूनियन नेता इंद्रजीत सिंह ने कहा की रेलवे में पुरानी पेंशन (NOPS) को बहाल कराने को लेकर कर्मचारी लंबे समय से संघर्ष कर रहे है। कर्मचारियों ने अब इस मांग को पूरी कराने को लेकर किए जा रहे आंदोलन को और तेज करने का फैसला आज सभी ने लिया। कहा कि पुरानी पेंशन हमारा अधिकार है और हम इसे लेकर रहेंगे। इंद्रजीत सिंह ने कहा कि रेलवे को बेचने की साजिश रची जा रही है, वो इस मंसूबे को पूरा नहीं होने देंगे। रेलवे के निजीकरण और निगमीकरण की कड़ी आलोचना की और कहा कि वह इसको किसी भी सूरत में लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि सभी रेलकर्मीगण सीआरएमसी के बैनर तले इन सभी मुद्दों पर एकजुट होकर संघर्ष करेंगे।
पुरानी पेंशन योजना
- योजना में पेंशन के लिए कर्मचारी के वेतन से पैसा नहीं काटा जाता है।
- सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारी को वेतन की आधी राशि पेंशन के रूप में दी जाती है।
- पेंशन का भुगतान राजकोष से होता है।
- सेवानिवृत्त कर्मचारी की मृत्यु होने पर पेंशन की राशि उसके परिजनों को मिलती है।
- ग्रेच्युटी के 20 लाख रुपये तक मिलते हैं।
- जनरल प्रोविडेंट फंड और साल में दो बार महंगाई भत्ता देने का प्रविधान है।
नई पेंशन योजन
- यह योजना शेयर बाजार पर आधारित है। इसलिए सुरक्षित नहीं है।
- कर्मचारी का मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 10 प्रतिशत हिस्सा काटा जाता है।
- साल में दो बार दिए मिलने वाला महंगाई भत्ता देने का प्रविधान नहीं है।
- योजना शेयर बाजार पर आधारित है। इसलिए टैक्स का प्रविधान है।
- सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन की गारंटी नहीं है।
- सेवानिवृत्ति पर पेंशन पाने के लिए एनपीएस फंड का 40 प्रतिशत निवेश करना जरूरी है।














