राजद ने मनाया 168 वां हूल दिवस
BHARATTV.NEWS: दुमका। 168 वें हूल दिवस के मौके पर राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को पोखरा चौक स्थित सिदो कान्हू के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके बलिदान को याद किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राजद नेता देवीशल हांसदा ने कहा कि संथाल हूल ही आजादी की पहली लड़ाई थी। आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने वाले आदिवासियों के संघर्ष गाथा और उनके बलिदान को याद करने का यह खास दिन है। सिद्धो-कान्हू, चाँद भैरव, फूलो झानो आदि शहीदों को याद करते हुए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह के प्रतीक के तौर पर हूल दिवस मनाया जाता है। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। राजद प्रदेश सचिव जितेश कुमार दास ने कहा कि 1857 के विद्रोह को अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ पहला विद्रोह बताया जाता है लेकिन इससे पहले 30 जून 1855 को सिदो- कान्हू के नेतृत्व में साहेबगंज ज़िले के भोगनाडीह गाँव से विद्रोह शुरू हुआ था। इस मौक़े पर सिदो ने नारा दिया था ‘करो या मरो, अंग्रेज़ों हमारी माटी छोड़ो’ इसी दिन को बहुजन आंदोलन में हूल दिवस कहा जाता है। कार्यक्रम में युवा नेता सह पंचायत समिति सदस्य प्रमोद पंडित, कार्यकारी नगर अध्यक्ष कंचन यादव, अल्पसंख्यक नेता अफरोज आलम, जुलकर अंसारी,राजेश रंजन यादव, युवा जिलाध्यक्ष मो अली, छात्र नेता अदिति नंदन, दुमका प्रखंड सचिव पंकज यादव, संतोष मंडल, विक्की शर्मा, सोनू सिंह, शेष कुमार, अरुण कुमार, मुन्ना यादव, रोशन पांडे, बीरेंद्र यादव सहित दर्जनों लोग शामिल थे।













