31 मार्च 2022 तक बनाने है 153 विद्युत रेल इंजन।
BHARATTV.NEWS: चित्तरंजन।देश की सबसे बड़ी विद्युत रेल इंजन निर्माता कंपनी चिरेका को अब चालू वित्त वर्ष 2021-2022 में शेष बचे महज ढाई महीने में ही निर्धारित 485 इंजनों के उत्पादन से को पूरा करना होगा। लेकिन कोरोना गाइड लाइन के कारण 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए तीन शिफ्टों में कर्मियों से काम लेना होगा तभी समय पर चिरेका लक्ष्य पूरा करने में सक्षम होगा। इस बारे में चित्तरंजन रेलवे मेन्स कांग्रेस ने अधिकारियों को पत्र लिखकर व्यवस्था में बदलाव करने की मांग की है। यूनियन ने मांग की है कि कारखाने में 3 शिफ्ट की ड्यूटी तुरंत शुरू की जाए और 100% श्रमिकों को तीन शिफ्टों में विभाजित किया जाए। कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए श्रमिक सुरक्षित कार्य करते हुए 485 इंजन उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे इससे श्रमिकों में संक्रमण फैलने का खतरा भी कम होगा। संघ के महासचिव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि अब तक 333 इंजनों का उत्पादन किया जा चुका है। केवल ढाई महीने 31 मार्च 2022 तक 152 और इंजन बनाने होंगे, दो शिफ्टों में लक्ष्य को पूरा करना असंभव होगा। ऐसे में दो शिफ्टों के कार्य से वर्तमान कर्मचारी काम के दबाव में हैं इससे दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है। कोरोना की तीसरी लहर में कई मजदूर कोरोना संक्रमण के चलते घर में हैं- ऐसे में 50 फीसदी मजदूरों को दो शिफ्ट की जगह 3 शिफ्ट में फैक्ट्री में शिफ्ट किया जाए।














