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46 स्टार्टअप्स के साथ एक इनक्यूबेटर और एक एक्सेलेरेटर को राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कारों 2021 का विजेता घोषित किया गया

BHARATTV.NEWS: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण एवं कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा है कि “स्टार्टअप इंडिया लाखों सपनों को साकार करने के बारे में है”I उन्होंने राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2021 प्रदान करते हुए कहा कि स्टार्टअप मिशन आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी भारत का प्रतीक है।

श्री गोयल ने कहा कि “चाहे चेन्नई के एक मछुआरे का बेटा हो या कश्मीर के एक शिकारे वाले की बेटी, वे सभी अपने परिवारों और अपने लोगों के लिए समृद्धि लाना चाहते हैं, और इसलिए कुछ बड़ा और साहसी सोच रहे हैं”।

The Union Home and Cooperation Minister, Shri Amit Shah launching the e-vehicle for sale of agricultural produce, at function, at Kalol, in Gujarat on January 15, 2022.

श्री गोयल ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में स्टार्टअप्स के योगदान को समझते हुए ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज यह घोषणा की है कि स्टार्टअप संस्कृति को देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में ले जाने के लिए अब से 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्ट-अप दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

श्री पीयूष गोयल ने आगे कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी अगले 25 वर्षों में अमृतकाल के दौरान राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए स्टार्टअप्स की क्षमता में बहुत दृढ़ विश्वास रखते हैं। वह भारत को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने में नवाचार को सबसे मजबूत स्तंभ मानते हैं”।

श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नवाचार को मजबूत करने के लिए तीन सूत्रों (स्तंभों) पर ध्यान केंद्रित किया है :

  • उद्यमियों को सरकारी प्रक्रियाओं और नौकरशाही के मकड़ जाल से मुक्त करना,25,000 से अधिक अनुपालन कम किए गए, कानूनों का वैधीकरण आदि,लेकिन व्यवसायों को एक सुगम वातावरण में बढ़ने और समृद्ध होने में मदद करने के लिए और क्या किया जा सकता है ?
  • संस्थागत तंत्र का निर्माण,-नियामक प्रक्रियाओं और स्व-नियमन को मजबूत करना, और
  • युवा नवोन्मेषकों और नए उद्यमों को संरक्षण देने के साथ ही सहायता और सलाह देना जो भविष्य में नवाचार को परिभाषित करेगा

श्री गोयल ने स्टार्टअप्स का आह्वान किया कि वे भारत को दुनिया में पहले स्थान की स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने के लिए मुख्य रूप से पांच क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करें :

1. भारतीय भाषाओं में समाधान और सामग्री विकसित करना

2. उन उत्पादों और समाधानों को प्रोत्साहित करें जिनका व्यापक सामाजिक और आर्थिक प्रभाव है

3. देश भर में हर जिले में स्टार्टअप को बढ़ावा देना,- हर जिले में ‘स्टार्टअप पहुँच केंद्र’ की स्थापना करना

4. शहरी स्थानीय निकायों के स्तर पर नवाचार क्षेत्र बनाना, और

5. दुनिया भर से सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाएं एवं भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाएं

श्री गोयल ने पीएम मोदी का उल्लेख करते हुए कहा, “आज भारत तेजी से यूनिकॉर्न का शतक लगाने की ओर बढ़ रहा है। मेरा मानना ​​है कि भारत के स्टार्टअप्स का स्वर्ण युग अब शुरू हो रहा है”

“सरकार इनोवेटर्स के साथ खड़ी है और इसी प्रकार पूरा देश भी उनके साथ है। उन्होंने कहा कि आइए “भारत के लिए नवोन्मेष करें – भारत से नवोन्मेष करें“ (इनोवेट फॉर इंडिया,इनोवेट फ्रॉम इंडिया)।

इस अवसर पर अपने संबोधन में उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव श्री अनुराग जैन ने कहा कि विभाग स्टार्टअप पुरस्कारों के विजेताओं को सात क्षेत्रों अर्थात निवेशकर्ता से सम्पर्क, संरक्षण (मेंटरशिप), सरकार से सम्पर्क, क्षमता विकास, व्यवसायियों से सम्पर्क, उत्पाद की पहचान का प्रदर्शन और यूनिकॉर्न से सम्बन्ध में शामिल करेगा।

उन्होंने कहा कि “हमारी यात्रा केवल पुरस्कारों के साथ यहीं समाप्त नहीं होती है बल्कि इस यात्रा में हम आपके साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगे।”

समारोह के दौरान राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार (एनएसए) 2021 के परिणाम घोषित किए गए। 1 इनक्यूबेटर और 1 एक्सेलेरेटर के साथ कुल 46 स्टार्टअप को राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2021 के विजेताओं के रूप में मान्यता दी गई है।

पुरस्कारों के इस दूसरे संस्करण में 15 क्षेत्रों और 49 उप-क्षेत्रों में आवेदन आमंत्रित किए गए थे । इन क्षेत्रों में कृषि, पशुपालन, पेयजल, शिक्षा और कौशल विकास, ऊर्जा, उद्यम प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, फिनटेक, खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य और कल्याण, उद्योग 4.0, सुरक्षा, अंतरिक्ष और परिवहन और यात्रा शामिल हैं। समाज कल्याण में योगदान देने वाले असाधारण स्टार्टअप्स को पहचानने के लिए छह विशेष श्रेणियां भी शुरू की गईं। पुरस्कारों के 2021 संस्करण ने स्वदेशी भाषाओं के समाधानों को बढ़ावा देने और कोविड -19 महामारी से निपटने के लिए राष्ट्रीय प्रयासों में पूरक बनने के लिए असाधारण स्टार्टअप्स को भी सम्मानित किया गया।

49 उप-क्षेत्रों में स्टार्टअप्स से कुल 2177 आवेदन प्राप्त हुए,साथ ही 53 इन्क्यूबेटरों और 6 एक्सीलरेटर्स से इकोसिस्टम इनेबलर्स श्रेणियों के लिए आवेदन प्राप्त हुए। इन आवेदकों में 863 महिलाओं के नेतृत्व वाले, कोविड-19 से निपटने के लिए 414 नवोन्मेषक और ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रहे 253 स्टार्टअप शामिल थे।

सभी आवेदकों का मूल्यांकन छह व्यापक मानकों अर्थात-नवाचार, मापनीयता, आर्थिक प्रभाव,सामाजिक प्रभाव, पर्यावरणीय प्रभाव एवं समावेशिता तथा विविधता के आधार पर किया गया था ।

विस्तृत मूल्यांकन के तीन दौर के बाद निर्णायक मंडल के समक्ष प्रस्तुति के लिए 175 स्टार्टअप्स का चयन किया गया। जिन्होंने इसके बाद 16 विशेषज्ञ जूरी पैनल के समक्ष प्रस्तुतीकरण दिया जिसमें उद्योग, निवेशक और सरकार के डोमेन विशेषज्ञ शामिल थे।

मान्यता प्राप्त संस्थाओं को इस तरह की मान्यता से लाभ होगा, न केवल अधिक व्यापार, वित्तपोषण, भागीदारी और प्रतिभा को आकर्षित करने में सक्षम होने के मामले में इस तरह की मान्यता से लाभ होगा, बल्कि यह उन्हें अन्य संस्थाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनने के रूप में कार्य करने तथा उन्हें उद्देश्यपूर्ण और उनके सामाजिक-आर्थिक प्रभाव हेतु जिम्मेदार होने के लिए प्रेरित करने में सक्षम बनाता है।

इन्क्यूबेटरों से 53 आवेदन प्राप्त हुए और एक्सेलेरेटर से 6 आवेदन प्राप्त हुए। निर्णायक पैनल के समक्ष प्रस्तुतीकरण के लिए तीन दौर के मूल्यांकन के बाद कुछ चुने हुए इनक्यूबेटर और एक्सेलेरेटर का चयन किया गया, जिन्होंने निर्णायक मंडल के समक्ष अपने प्रस्तुतीकरण दिए।

यह सम्मान समारोह राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कार 2021 पर एक ई-रिपोर्ट जारी करने के साथ चला था जिसमें राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कारों के पहले संस्करण और एनएसए 2021 की यात्रा के विजेताओं को वर्ष भर प्रदान किए गए समर्थन का भी उल्लेख किया गया था।

कार्यक्रम के दौरान डीपीआईआईटी कर प्रोत्साहन प्रमाणपत्रों के लिए ब्लॉकचेन-सक्षम सत्यापन’, ‘डिजिलॉकर सक्षम डीपीआईआईटी स्टार्टअप मान्यता प्रमाणपत्र’ और दूरदर्शन पर ‘स्टार्टअप चैंपियंस’ कार्यक्रम का दूसरा संस्करण भी जारी किया गया।

डीपीआईआईटी ने राष्ट्रीय स्टार्टअप पुरस्कारों की परिकल्पना उन उत्कृष्ट स्टार्टअप्स और इकोसिस्टम एनेबलर्स को पहचानने और पुरस्कृत करने के लिए की है जो रोजगार सृजन या सम्पदा सृजन की उच्च क्षमता वाले नवीन उत्पादों या समाधानों और मापनीय उद्यमों का निर्माण कर रहे हैं और जो मापन योग्य सामाजिक प्रभाव का प्रदर्शन करते हैं। इसमें सफलता का पैमाना न केवल निवेशकों के लिए वित्तीय लाभ है, बल्कि सामाजिक कल्याण में योगदान करना भी  है।