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हड़कंप :एक ही झटके में चिरेका के कई स्कूल बंद! स्कूलों के 74 पद सरेंडर

कम बच्चों वाले स्कूलों औऱ कर्मियों का दूसरे स्कूल में होगा स्थानांतरण

इम्बर्समेंट सिस्टम और स्टेटस सिम्बल के कारण रेलवे स्कूलों में दाखिला नही ले रहे है रेलकर्मियों के बच्चे।

चित्तरंजन। रेलवे द्वारा रेलकर्मियों को अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने के लिए क्षतिपूर्ति यानी इम्बर्समेंट स्कीम के तहत खर्च भुगतान किये जाने औऱ कर्मियों में बढ़ते प्राइवेट स्कूलों के प्रति स्टेटस सिम्बल के कारण रेलवे के स्कूलों में ज्यादातर रेलकर्मी अभिभावक अब बच्चों को पठन पाठन के लिए नही भेज रहे है। ज्यादातर रेलकर्मी अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेज रहे है। इससे रेलवे के स्कूल में रेलकर्मियों के बच्चे नही के बराबर हो गए है। इन स्कूलों में ज्यादातर ग़ैररेलकर्मी छात्रों की संख्या ही ज्यादा है। ऐसे में रेलवे द्वारा सन्चालित स्कूलों का अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ रहा है। ऐसे में रेलवे ने कई स्कूलों को बंद कर ग्रुप सी के 74 पदों को भी सरेंडर करने का फैसला किया है।
रेलवे अधिकारियों ने एक ही नोटिस में चित्तरंजन रेलवे फैक्ट्री के तहत स्कूलों के 74 पदों को समाप्त कर दिया। रेलवे प्राधिकरण ने ग्रुप सी के इन पदों को समाप्त करने के अलावा अंतिम निर्णय लिया है कि शैक्षणिक वर्ष 2022 और 2023 में चित्तरंजन के स्कूलों में किसी भी कक्षा में किसी भी नए छात्र को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। फलस्वरूप चित्तरंजन से सभी प्रकार के विद्यालयों को रेल द्वारा पूर्ण रूप से बंद करने का अंतिम निर्णय लिया गया है। कारखाने के उप महाप्रबंधक और स्कूल के कार्यकारी अधिकारी आलोक कुमार ने एक अधिसूचना जारी कर कहा है कि एसपी नॉर्थ इंग्लिश मीडियम स्कूल, एसपी ईस्ट हिंदी मीडियम स्कूल, डीवी बॉयज बांग्ला मीडियम स्कूल इस दिसंबर में पूरी तरह से बंद हो जाएगा। चित्तरंजन हाई स्कूल इंग्लिश मीडियम प्राइमरी सेक्शन को भी हाई स्कूल से जोड़ा जा रहा है। बंद स्कूलों के छात्रों को डीवी बॉयज हाई स्कूल और डीवी गर्ल्स हाई स्कूल में स्थानांतरित किया जाएगा। अभी के लिए, दो डीवी गर्ल्स बॉयज और गर्ल्स हाई स्कूल और केवल तीन अंग्रेजी माध्यम हाई स्कूल होंगे। लेकिन नौवीं और ग्यारहवीं कक्षाओं में प्रवेश स्थगित होने के कारण छात्रों के पास आउट होते ही इन्हें भी बंद कर दिया जाएगा। इन रेलवे स्कूलों के शिक्षकों को उनकी आवश्यकता के अनुसार अन्य रेलवे स्कूलों में स्थानांतरित किया जाएगा और उनकी रिक्तियों को समाप्त कर दिया जाएगा।