पीएच चर्च में क्रिसमस सेलिब्रेशन का आयोजन
BHARATTV.NEWS: मिहिजाम,पंकज। आमबगान पीएच चर्च परिसर में गुरुवार देर शाम क्रिसमस सेलिब्रेशन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ब्रदर फिलिप ने वेलकम स्पीच दिया। पास्टर मारिआन, रेवरण ललित और बच्चों ने यीशु मसीह के गीत प्रस्तुत किये। आल चर्च की ओर से वेलकम डांस प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में तालटोला, महिला समिति, ब्राथर्न चर्च, सीएनआई चर्च, पीएच चर्च, जीईएल चर्च के मंडली, एल्डर्स, बच्चों महिलाओं ने हिस्सा लिया। सभी वर्ग के लोगों के लिए प्रार्थनाएं की गई। मौके पर सांता क्लॉज और यीशु मसीह के जन्म की झांकी, नाट्य भी प्रस्तुत किया गया।इस अवसर पर बोलते हुए पादरी कमल बादल खालखो ने कहा कि प्रभु यीशु मसीह धर्मियों के लिए नही पापियों के उद्धार के लिए पृथ्वी पर आया। परमेश्वर को मनुष्य रूप में जन्म क्यों लेना पड़ा। इस पर उन्होंने कहा कि मनुष्य को परमेश्वर ने इस संसारकी सबसे सुंदर कृति बनाई। जो परमेश्वर के स्वभाव से मेल खाता था। लेकिन अदन की वाटिका में आदम औऱ हव्वा ने जो परमेश्वर को अवज्ञा का पाप किया था। उसका खामियाजा पूरी मानव जाति को भुगतना पड़ा। और परमेश्वर हमसे दूर हो गया।

आदम हव्वा के वंशानुगत पाप से धरती पर सभी मानव पापी ठहरे। जिसका क्षमा दान देने के लिए परमेश्वर ने एक ऐसे निष्कलंक मनुष्य की तलाश की जिसमे कोई पाप न हो। उस निष्कलंक मनुष्य को ही सभी मानव जाति के पापों की क्षमा के लिए बलि दी जानी थी। लेकिन पृथ्वी पर ऐसा कोई नही था जो पापी न हो। इसलिए परमेश्वर ने योजना बनाई और कुंवारी मरियम के गर्भ से बालक यीशु जन्म हुआ। पुराने जमाने मे मानव जाति अपने पापों की क्षमा के लिए निर्दोष पशुओं की बलि देते थे। लेकिन पाप कोई और करे और बलि किसी और कि चढ़ाई जाए ये कैसा प्रायश्चित हुआ। इसलिए मानव जाति के पाप के प्रायश्चित औऱ क्षमा के लिए निर्दोष निष्कलंक यीशु मसीह ने खुद का बलिदान दिया। ताकि हमारे पाप क्षमा किये जा सके। बाइबिल गवाह है कि जिसने भी किसी अपराध को क्षमा किया उसे उसका खामियाजा भी भुगतान पड़ा। औऱ हमारे क्षमा किये जाने के लिए यीशु मसीह को उसका खामियाजा अपनी प्राणों की आहुति देकर चुकानी पड़ी। इतनी बड़ी कुर्बानी के बाद भी हम आज भी अपनी आत्मा से जाने अनजाने पाप से घिरे हुए है। इसलिए हे लोगों अब भी पाप से मन फिराओ क्योंकि तुम्हारे लिए स्वर्ग का राज्य निकट है। ये जरूरी नही है हम पाप क्रियात्मक दृष्टि में करे तभी वह पाप कहा जाए बाइबिल बताती है कि हम अपने दिमाग, मस्तिष्क में किसी के भी प्रति घृणा, लालच, अपराध, सोच भी ले तो भी हम पाप कर बैठते है। इस अवसर पर जुएलेश दास, स्वाधीन दास, जितेश दास, बिशेस्वर हांसदा, फिलिप राय, पास्टर डुंगडुग, समेत काफी संख्या में गणमान्य उपस्थित हुए और कार्यक्रम उल्लासपूर्ण बनाया।















