BHARATTV.NEWS: JAMTARA: स्थानीय ग्रामीणों एवं एनडीआरएफ की टीम ने लगभग 42 घंटे बाद बाबिंदिया बड़ाकर नदी घाट से एक महिला का शव निकालने में सफल रही। जिसकी पहचान सालेहा खातून श्यामपुर के रूप में हुई है है । लोगों ने बताया कि महिला मोटरसाइकिल में कपड़ों के साथ खोंच लगकर दबी हुई थी । कुल 8 मोटरसाइकिल एवं 2 साइकिल पानी के अंदर से निकालने में सफल हुए ।

स्थानीय ग्रामीण लगभग 20 नाव एवं एनडीआरएफ की स्टीमर नाव से लगातार नाव दुर्घटना बाद से ही लापता शवों को निकालने में मशक्कत कर रहे थे । लोगों ने बताया कि स्थानीय विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी शनिवार को सुबह नदी घाट पहुंचकर ग्रामीणों के साथ मिलकर रेस्क्यू मे खुद भी लगे थे ।

विदित हो कि जामताड़ा और निरसा के बीच बड़ाकर नदी के बारबेन्दिया बिरग्राम नदी घाट के बगल में अधूरे पुल के पास बीते बृहस्पतिवार की शाम लगभग 6:00 बजे निरसा से जामताड़ा की ओर नाव पर सवार होकर नदी पार कर रहे थे । 6:00 शाम में लगभग 20 आदमी सवार नदी पार कर रहे थे । बीच नदी में लगभग नाव पहुंचने के बाद अचानक मौसम खराब हो गया और तेज आंधी पानी शुरू हो गया । तेज आंधी पानी से नाव का संतुलन अचानक बिगड़ गया और नाविक नाव को संभाल नहीं सके । नाव सहित इसपर सवार बच्चे , बूढ़े , पुरुष एवं महिला शोर मचाने लगे …बचाओ… बचाओ मगर तब तक नाव पानी में अचानक समा गया । कुछ लोगों ने इसी बीच नाम से छलांग मार कर जान बचाने में 5 आदमी कामयाब रहे । शव निकाले जाने के बाद बीरग्राम , श्यामपुर , पंजनिया आदि के ग्रामीणों ने श्यामपुर महिला का शव निकाले जाने के बाद मुआवजे को लेकर सड़क जाम किया एवं धरना पर बैठ गए ।

मौके पर मौजूद विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी ने परिजनों एवं ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सभी मृत सदस्य को छह लाख की मुआवजा राशि दिलाने के लिए प्रयासरत है जिसमें तत्काल चार – चार लाख राशि दिलाने पर सहमति बनी है । जिला प्रशासन ने भी 3 दिन से लगातार एनडीआरएफ टीम एवं पुलिस की तैनाती कर रेस्क्यू में मेहनत करते दिखे । महिला का शव को पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल ले जाया गया और ग्रामीण शाम तक दूसरे शवों को तलाश करने में लगे रहे ।

स्थानीय ग्रामीणों में फुरकान अंसारी , फारुक अंसारी , इमरान अंसारी आदि ने बताया कि काफी मेहनत के बाद भी बाकी शवों को समाचार लिखे जाने तक नहीं निकाला जा सका है । वही सुबह से ही विधायक इरफान अंसारी भी लगातार स्थानीय ग्रामीण के साथ नाव पर सवार होकर शव को निकाल ले मैं सहयोग कर रहे थे ।
















