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10 हजार आंकड़े को पार कर गया चिरेका

चिरेका में 74वां स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित

जुलाई 2020 के अंत तक कुल 2351 वाष्प रेलइंजन, 842 डीज़ल रेलइंजन एवं 7274 विद्युत रेलइंजन का उत्पादन कर 10,000 के आंकड़े को पार कर लिया है


ओम प्रकाश शर्मा , जामताड़ा/आसनसोल।: चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना (चिरेका)में 74वां स्वतंत्रता दिवस हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। समारोह के दौरान कोविड-19 के सतर्कता के अनुसार आवश्यक सुरक्षित नियमों का पालन किया गया। प्रवीण कुमार मिश्रा,महाप्रबंधक,चिरेका, के द्वारा ओवल मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।चिरेका सांस्कृतिक संगठन का कलाकारों के द्वारा राष्ट्रीय गान गाये गए। इस अवसर पर श्रीमती सुनीता मिश्रा,अध्यक्षा,चिरेका महिला कल्याण संगठन सहित कोरोना से सतर्कता को लेकर कम संख्या में कर्मचारी ,पर्यवेक्षक , अधिकारी एवं स्टाफ काउंसिल के सदस्य सह परिवार एवं चिरेका महिला कल्याण संगठन की सदस्याएं, प्रेस-मीडिया के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

महाप्रबंधक महोदय के द्वारा ओवल मैदान में आर.पी.एफ, आर.पी.एस.एफ, नागरिक सुरक्षा, सेंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड और चिरेका स्काउट एवं गाइड के सामूहिक दस्ते के परेड का निरीक्षण किया। समारोह के दौरान “चिरेका के 70 गौरवशाली वर्ष” विषय पर एक लघु फिल्म एंव चिरेका का 70 स्वर्णिय इतिहात को दर्शाता एक किताब ‘इंजिन्स ऑफ़ चेंज’ का डिजिटल प्रारूप का लोकार्पण भी महाप्रबंधक महोदय द्वारा किया गया। तत्पश्चात कोरोना वारियर्स को भी महाप्रबंधक द्वारा सम्मानित किया गया।

इस पावन अवसर पर प्रवीण कुमार मिश्रा ने भारत के स्वन्त्रता सेनानियों व अमर शहीदों की भूमिका को याद करते हुए उन्हें नमन किया। श्री मिश्रा ने चिरेका की महत्वपूर्ण उपलब्धियों की भी चर्चा करते हुए कहा कि चिरेका में कोरोना संकट के बावजूद वर्तमान वित्तीय वर्ष में जुलाई 2020 तक 62 रेल इंजन का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है तथा जुलाई 2020 तक इसकी सहायक इकाई दानकुणी के द्वारा 5 रेलइंजन का उत्पादन किया गया। चिरेका द्वारा जुलाई 2020 के अंत तक कुल 2351 वाष्प रेलइंजन, 842 डीज़ल रेलइंजन एवं 7274 विद्युत रेलइंजन का उत्पादन कर 10,000 के आंकड़े को पार कर लिया है। चिरेका के कर्मठ और लगनशील अधिकारी और कर्मचारियों की प्रसंशा करते हुए महाप्रबंधक महोदय ने कहा कि उनके सहयोग के बल पर चिरेका ने विद्युत रेलइंजन उत्पादन के नए युग में प्रवेश कर लिया है और विश्व में रेलइंजन निर्माण के क्षेत्र में सर्वाधिक विद्युत रेलइंजन उत्पादन का कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है. आधुनिक तकनीक से स्वदेशी निर्मित 180 किमी प्रतिघंटा की गति क्षमता वाला विद्युत रेलइंजन डब्ल्यूएपी-7 का सफल परीक्षण नए युग की शुरुआत है। लंबी दूरी के मालगाड़ियों के लिए लगातार खींचने की क्षमता वाला और तेजस की क्षमता के अनुरूप उच्च गति रेलइंजन का कार्य प्रगति पर है। शीघ्र ही इसे देश सेवा में समर्पित किया जाएगा।

कोविड-19 के स्थिति में चिरेका के सभी विभागों द्वारा सराहनीय कार्य किए गए,जिसमें विद्युत,यांत्रिक,सिविल,कार्मिक,भंडार,लेखा,टेलीकॉम,संपदा,चिकित्सा विभाग के प्रयास तारीफ के काबिल है।कोरोना संकट में रोकथाम के लिए लॉक डाउन और अन लॉक के सरकारी दिशा निर्देशों का पालन किया ।जिसका प्रतिफल है कि चिरेका आज बेहतर और सुरक्षित अवस्था में है।महिला कल्याण संगठन के सहयोग से रेलनगरी में रहने वाले करीब 400 जरूरतमंद प्रभावित परिवारों को मुफ्त राशन पैकेट व अन्य आवश्यक वस्तुएँ वितरित की गयी। कोरोना काल के दौरान कारखाने में स्टील बेड और लिक्विड हैंड सैनिटाइजर, मरीजों के लिए रिमोर्ट ट्रौली ,पीपीई शूट, केजी अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड, औक्सीजन पॉइंट,गरीबों के लिए सामग्री की आपूर्ति जैसे परोपकारी कार्य किया। प्रधानमंत्री राहत कोष में 1,39 करोड़ रुपए का योगदान भी किया गया।
शिशु विहार, आशा किरण-स्पास्टिक केंद्र, चिरेका महिला कल्याण संगठन की अन्य इकाइयों एवं रेल सुरक्षा बल मैदान में भी कोविड -19 की सतर्कता का पालन कर तिरंगा फहराया गया ।