BHARATTV.NEWS, CHITRA: देवघर जिले के चितरा कोयलांचल के जमुआ पंचायत मुख्यालय स्थित प्राथमिक विद्यालय में 2008 से खुला आसमान तले मिड डे मील तैयार किया जा रहा है। भोजन ग्रहण कर रहे बच्चों की कुत्ते व बकरियों से रखवाली के लिए शिक्षकों को डंडे लेकर खड़ा रहना पड़ता है।
भगवान राम को 14 वर्ष वनवास के बाद सिंहासन मिला था। स्थापना के 14 वर्ष बीतने को है परंतु पंचायत मुख्यालय स्थित प्राथमिक विद्यालय जमुआ को एक अदना सा किचन नसीब नहीं है। ऐसी स्थिति में खुला आसमान तले मालावती देवी और दुलारी देवी को भोजन बनाते रहना उनकी विवशता बन गई है। जहां एक तरफ कड़ी धूप में उन्हें भोजन बनाना पड़ता है वहीं दूसरी तरफ झमाझम बारिश के दिनों में भी उन्हें ऐसी स्थिति में खाना बनाना पड़ता है। इतना ही नहीं विद्यालय का चार दिवारी नहीं है। भोजन परोस कर शिक्षकों और इन लोगों को डंडा लेकर विद्यार्थियों की रखवाली करनी पड़ती है। कुत्ते और बकरियां इनके भोजन झपट लेने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। यह उल्लेख करना अति आवश्यक है कि 2018 में ग्राम स्वराज अभियान के तहत पांच जून को इस गांव को आदर्श गांव का दर्जा दिया गया है। लेकिन आदर्श यहां कुछ भी देखने को नहीं मिलता है। यहां तक कि विद्यालय को भी उन्नत नहीं किया गया है। आदर्श विद्यालय का दर्जा मिलने के चार वर्ष बीतने को है। इसके विकास के लिए कुछ भी नहीं किया गया है।
जानकारी लेकर की जाएगी ठोस कार्रवाई: प्रखंड विकास पदाधिकारी शिवाजी भगत ने कहा कि प्रखंड के विभागीय अधिकारियों से जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी।






