गांधी मैदान, जामताड़ा में आयोजित योजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन एवं परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम संपन्न; मुख्यमंत्री सहित गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का किया शुभारंभ
OM SHARMA, BHARATTV.NEWS: JAMTARA: जामताड़ा गांधी मैदान में आयोजित योजनाओं के शिलान्यास, उद्घाटन एवं परिसंपत्ति वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री झारखंड सरकार हेमंत सोरेन के कर कमलों से दीप प्रज्वलन कर किया गया।

इससे पूर्व माननीय मुख्यमंत्री को दुलाडीह स्थित हेलीपैड पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। तत्पश्चात माननीय मुख्यमंत्री का काफिला गांधी मैदान के समीप सिदो कान्हो प्रतिमा स्थल पर पहुंचा। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा वीर शहीद सिदो कान्हो के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया।

माननीय मुख्यमंत्री का स्वागत पारंपरिक परिधानों में आए नृत्य करते कलाकारों के द्वारा किया गया एवं उन्हें सम्मानपूर्वक मुख्य मंच तक लाया गया।

मुख्य मंच पर माननीय मुख्यमंत्री एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। उपायुक्त जामताड़ा श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा.प्र.से.) द्वारा माननीय मुख्यमंत्री को पुस्तक भेंट किया गया। वहीं जिला प्रशासन जामताड़ा में संचालित विभिन्न योजनाओं की उपलब्धियों पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म का प्रसारण किया गया।
माननीय मुख्यमंत्री झारखंड सरकार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सर्वप्रथम सभी को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य यह है कि हम यह जानना चाह रहे हैं कि सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आप लोगों को मिल रहा है कि नहीं। सरकार बनते ही हमलोगो को कोरोना महामारी ने घेर लिया। लगभग दो साल तक हमलोग इसके चक्कर में फंसे रहे।

हमारी सरकार घर-घर जाकर लोगों के हित की योजनाएं बनाकर उन्हें लाभान्वित करने का कार्य कर रही है। हमने 60 वर्ष से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों सहित दिव्यांगों एवं निराश्रित महिलाओं आदि को सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ कर इसका लाभ दिया। हमारी सरकार ने मजबूत निर्णय लेते हुए 15 लाख अतिरिक्त हरा राशन कार्ड देने का फैसला लिया। जिसके तहत जामताड़ा जिला के लगभग 1 लाख 64 हजार राशन कार्ड धारी को इसका लाभ मिल रहा है। वहीं लगभग 1 लाख पेंशनधारी को सर्वजन पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है। निश्चित रूप से सामाजिक सुरक्षा बेहतर हुई है। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के माध्यम से सरकार युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार हेतु अनुदान आधारित ऋण उपलब्ध करा रही है जिससे युवा आगे बढ़ रहे हैं एवं आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है कि अंतिम पायदान पर पहुंचे व्यक्तियों तक सहायता पहुंचे इसके लिए सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने बताया की हमारी सरकार ने 20 साल का रिकॉर्ड तोड़कर इस वर्ष धान अधिप्राप्ति में रिकॉर्ड बनाया है। सरकार हर वर्ग हर क्षेत्र के लोगों के लिए कार्य कर रही है। नियुक्तियों एवं प्रमोशन का सिलसिला चल रहा है। जेपीएससी की परीक्षा में लगभग 250 दिनों में नियुक्ति देकर एक मिशाल कायम किया है। इसके अतिरिक्त माननीय मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं, उपलब्धियों आदि के बारे में बताया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय विधायक जामताड़ा डॉ इरफान अंसारी ने राज्य सरकार की उपलब्धियों को गिनाया।
शिलान्यास, उद्घाटन एवं परिसंपत्ति वितरण
माननीय मुख्यमंत्री ने अपने कर कमलों से जिले के 08 विभागों के 15399.73 लाख रुपए की कुल 30 योजनाओं का शिलान्यास किया। वहीं 07 विभागों के 4108.86 लाख रुपया के लागत से बने कुल 98 योजनाओं का लोकार्पण किया तथा 12 विभागों के विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत कुल 10363.62 लाख रुपए की परिसंपत्तियों का वितरण किया।

इस प्रकार शिलान्यास, लोकार्पण एवं परिसंपत्ति वितरण मिलाकर कुल 29872.20 लाख की योजनाओं का शिलान्यास, लोकार्पण एवं परिसंपत्ति वितरण किया गया।
इनकी रही उपस्थितिइस अवसर पर, माननीय विधायक, जामताड़ा डॉ इरफान अंसारी, जिला परिषद अध्यक्षा श्रीमती राधारानी सोरेन, माननीय मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे (भा.प्र.से.), उपायुक्त जामताड़ा श्री फ़ैज़ अक अहमद मुमताज (भा.प्र.से.), पुलिस अधीक्षक श्री मनोज स्वर्गियारी (भा.पु.से.), वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री बनकर अजिंक्य देवीदास (भा.व.से.), उप विकास आयुक्त श्री अनिलसन लकड़ा, परियोजना निदेशक, आईटीडीए श्री अभिषेक श्रीवास्तव, निदेशक डीआरडीए श्री जावेद अनवर इदरीसी, अनुमंडल पदाधिकारी श्री संजय पांडेय, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी श्री आनंद ज्योति मिंज, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री प्रधान माझी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी श्री पंकज कुमार तिवारी, कार्यपालक दंडाधिकारी सुश्री आकांक्षा कुमारी, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी श्री अभय परासर सहित अन्य सभी संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।












