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समान कानून, शिक्षा व व्यवस्था देश में लागू करना आवश्यक: जगतगुरु शंकराचार्य नरेंद्रा नंद सरस्वती महाराज

अलगाववादियों को वीआईपी ट्रीटमेंट देना बंद होना चाहिए इससे अलगाववाद और आतंकवाद पैदा होते हैं.

BHARATTV.NEWS;CHITRA: सुमेरू पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि देश में समान कानून, शिक्षा व व्यवस्था लागू करना अति आवश्यक है। रविवार को देवघर जिले के चितरा में प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने यह बातें कहीं। कहा कि देश को सशक्त बनाने के लिए एकरूपता जरूरी है।
उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने कई बार देश की सरकारों से कहा है कि संपूर्ण राष्ट्र में सामान कानून व्यवस्था लागू होनी चाहिए। परंतु ऐसा नहीं हो पाना दुर्भाग्यपूर्ण बात है। कहा कि एक ही देश में लोगों का पर्सनल लॉ है। लोग अपने कानून से शासित हों। यह देश के संविधान के खिलाफ है। इससे अलगाववाद पैदा होने के अवसर उत्पन्न होते हैं। उन्होंने वार्ता के क्रम में आगे कहा कि ना केवल समान नागरिक संहिता इस देश में लागू हो बल्कि समान शिक्षा नीति भी लागू होनी चाहिए। सरकारी संस्थानों में अलग सिलेबस, निजी संस्थानों में अलग, जगह जगह अलग-अलग तरह के पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षा देने की नीति पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आईपीसी, सीपीसी आदि कानून की धाराओं में भी परिवर्तन करने की जरूरत है। न्यायपालिका को भी सुदृढ़ करना समय की मांग बनती जा रही है। लचर व्यवस्था के कारण हजारों मुकदमे लंबित पड़े हुए हैं। पेंशन नीति में भी बदलाव लाने की जरूरत महसूस की जाती है। इतना ही नहीं व्यवस्था में भी परिवर्तन होनी चाहिए ।उन्होंने आगे कहा कि कश्मीर को दी जाने वाली सुविधाओं पर रोक लगाई जानी चाहिए। जल, स्थल व वायु सेना को खुली छूट देनी चाहिए। ताकि समय-समय पर वह सूरत कार्रवाई के लिए नीति निर्धारित कर सके। आगे कहा कि अलगाववादियों को वीआईपी ट्रीटमेंट देना बंद होना चाहिए इससे अलगाववाद और आतंकवाद पैदा होते हैं.