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"सच वही जो हम दिखाएं"

सत्तारूढ़ दल के नेता एवं गरीब जनता के साथ एक सा व्यवहार हो

रविवार को हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (से०) के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने कोरोना महामारी को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सत्तारूढ़ दल और बिहार की गरीब जनता के साथ दो रंगी नीति पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि एक तरफ बिहार से बाहर बहुत सारे मजदूर अपने परिवार के साथ अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं जिनकी परेशानी आए दिन बढ़ती जा रही है उनके लिए सरकार चिंता उतनी नहीं दिख रही जितनी कि सरकार की चिंता सत्तारूढ़ दल के राजनेताओं के प्रति दिख रही है उदाहरण के लिए हिसुआ विधायक के बेटे को कोटा से लाने के लिए राज्य सरकार के द्वारा पास निर्गत किए जाना ।
डॉ दानिश ने कहा कि आम जनता के लिए अलग और सत्तारूढ़ दल के लिए अलग क़ानून है यह बिहार सरकार की गलत नीति है इसके लिए बिहार की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी । आज बिहार के लोग दूसरे राज्यों में भूखे रह रहे हैं और यहाँ सत्तारूढ़ दल के विधायक के बेटों को लाने के लिए पास निर्गत होते हैं । तो दूसरे राज्य में फंसे हुए बिहार की गरीब जनता को उनके हाल पर छोड़ना क्या यह उचित है ।
डॉक्टर दानिश ने कहा कि हिसुआ विधायक के बेटे को कोटा से लाने के लिए राज्य सरकार के द्वारा पास निर्गत किए जाना गलत है ‌। सत्तारूढ़ दल के नेता एवं गरीब जनता के साथ एक सा व्यवहार हो । इस घटना के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को माफी मांगनी चाहिए ।