अति आवश्यक परिस्थिति में ही रेड जोन में जाने की मिलेगी अनुमति
कोविड-19 महामारी से देश को बचाने के लिए लॉक डाउन 3.0 लागू किया गया है। ऐसे संकट की स्थिति में जामताड़ा उपायुक्त श्री गणेश कुमार ने कहा कि जामताड़ा जिले से कोई भी व्यक्ति रेड जोन में जाना चाहता है तो उसे जाने की अनुमति दी जाएगी पर वापस जामताड़ा आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अति आवश्यक परिस्थिति में ही स्वास्थ्य इलाज हेतु रेड जोन में जाने एवं वापस आने की अनुमति दी जाएगी। जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त ने समाहरणालय में स्थित सभाकक्ष में अप्रवासी मजदूरों को लाने हेतु विभिन्न राज्यों के लिए प्रतिनियुक्त किए गए नोडल पदाधिकारियों के साथ बैठक किया गया। जिसमें उपायुक्त के द्वारा बताया गया कि विभिन्न राज्यों एवं जिलों में जामताड़ा के वासी लॉक डाउन की वजह से फंसे हुए हैं और अपने जिला में आने के लिए अपील कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के द्वारा विभिन्न राज्य से झारखंड के मजदूरों/लोगों को लाने का कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए जामताड़ा के वासियों को भी दंडाधिकारी के द्वारा मजदूरों को सकुशल अपने जिले में लाने का कार्य नियमित किया जा रहा है।उक्त संदर्भ में उपायुक्त के द्वारा अप्रवासी मजदूरों को लाने के संबंध में कार्य की रणनीति के बारे सभी नोडल पदाधिकारी को जानकारी दी गई। साथ ही कार्य दायित्व से भी अवगत कराया गया। उपायुक्त ने कहा कि रेड जोन से आ रहे मजदूरों का स्क्रीनिंग एवं स्वास्थ्य जांच के उपरांत कोरोना वायरस की रिपोर्ट में नेगेटिव आने के बाद ही क्वॉरेंटाइन सेंटर से मजदूरों को छोड़ा जाएगा।उपायुक्त ने कहा है कि रेड जोन के लोगों एवं मजदूरों को अपने जिले एवं घर आने के लिए इंतजार करना होगा। अपर समाहर्ता, सुरेंद्र कुमार ने जिला परिवहन पदाधिकारी, श्रीमती कंचन कुमारी भुदोलिया को मजदूरों को लाने एवं ले जाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था उपलब्ध कराने को लेकर निर्देश दिया गया। इस मौके पर जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी, विजय केरकेट्टा, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, देव कुमार मिश्रा, कार्यपालक दंडाधिकारी ,श्री प्रधान मांझी, जिला कृषि पदाधिकारी, सबन गुड़िया, जिला कल्याण पदाधिकारी, उत्तम कुमार भगत ,जिला परिवहन पदाधिकारी, श्रीमती कंचन कुमारी भुदोलिया एवं अन्य संबंधित कर्मी उपस्थित थे















