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BHARATTV.NEWS: पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर: जिला सभागार, जमशेदपुर में जिले के राईस मिलरों के साथ ‘राईस फॉर्टिफिकेशन’ के संबंध में उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया । कार्यशाला में JSFC के प्रबंध निदेशक श्री दिलीप तिर्की, विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी श्री नवीन कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री राजीव रंजन, वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की प्रतिनिधि सुश्री मिली असरानी शामिल हुईं । सभागार में उपस्थित सदस्यों को वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की प्रतिनिधि द्वारा पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से ‘राईस फोर्टिफिकेशन’ की विधि तथा अन्य तकनीकी पहलुओं एवं इस संबंध में राज्य सरकार की पहल से अवगत कराया गया ।

राईस फोर्टिफिकेशन के विषय में उन्होने बताया कि फोर्टिफिकेशन भोजन में आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व अर्थात् विटामिन और खनिज (trace elements सहित) की सामग्री को बढ़ाने का तरीका है, ताकि खाद्य आपूर्ति की पोषण गुणवत्ता में सुधार हो और कम से कम जोखिम के साथ एक सार्वजनिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया जा सके । साथ ही बताया गया कि यह केन्द्र सरकार द्वारा प्रायोजित पायलट योजना है जिसमें पीडीएस के माध्यम से लाभुकों को फोर्टिफाइड राइस उपलब्ध कराने का प्रयास है ।

सुश्री मिली असरानी द्वारा बताया गया कि पूरे भारत की 65 फीसदी जनसंख्या में चावल का खपत है। ऐसे में सरकार का प्रयास है कि इतनी बड़ी आबादी को फोर्टिफाइड राइस के द्वारा उचित पोषक तत्व उपलब्ध कराया जा सके । वर्तमान में पूरे देश के 15 आकांक्षी जिलों में पीडीएस के माध्यम से फोर्टिफाइड राइस का वितरण किया जा रहा है । कार्यशाला में उपस्थित राईस मिलरों को राईस फोर्टिफिकेशन के लिए मिलों में क्या-क्या नवीनतम तकनीक इस्तेमाल करना होगा तथा क्वालिटी कंट्रोल व क्लालिटी एश्योरेंस के लिए क्या उपाय किए गए हैं इस संबंध में भी अवगत कराया गया ।














