2001 को असम में अल्फा उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में वे वीरगति को प्राप्त हुए
BHARATTV.NEWS,MIHIJAM: बृहस्पतिवार को मिहिजाम शहीद स्थल पर शहीद परशुराम यादव की पुणयतिथि काफी सादगी से मनाया गया। वैश्विक महामारी को देखते हुए मिहिजाम के वीर सपूत के परिजन एवम मिहिजाम वासियों ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए शहीद परशुराम जी का शहादत दिवस मनाया। शहीद परशुराम यादव जी का जन्म पंद्रह नवम्बर सन् 1972 को मिहिजाम में हुआ था । अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे देश सेवा में 128 बटालियन सीआरपीएफ में योगदान दिए। वे काफी सादगी से अपना जीवन यापन करने के लिए जाने जाते थे। मात्र 29वर्ष की आयु में तीस जुलाई सन् 2001 को असम में अल्फा उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ में वे वीरगति को प्राप्त हुए । प्रत्येक वर्ष इनके शहादत दिवस बड़े ही भव्य रूप से मनाया जाता था। खेल कूद , मैराथन, सांस्कृतिक कार्यक्रम , आदि का भी आयोजन होता था। जिसका मुख्य उद्देश्य देश के बच्चो और युवाओं में देश सेवा के प्रति समर्पण की भावना को जागृत करना होता है। शहीद परशुराम यादव जी का आदम कद प्रतिमा शहीद स्थल पर लगा हुआ है । शाहिद स्थल पर उनके पिता R यादव, भाई परमानंद यादव और उनकी चाची ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया , द्वीप प्रज्वलन किया । दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया । मौके पर दीपक कुमार उर्फ धन्नू, एस जे रहमान आदि के साथ कई लोग उपस्थित थे।















