BHARATTV.NEWS, जामताड़ा/बागरूडीह: जामताड़ा जिले के करमाटांड़ प्रखंड के बागरूडीह ग्राम में हर साल की तरह इस साल भी धूमधाम से हरिमंदिर प्रांगण में बने कालीमंदिर में माँ काली की पूजा सम्पन्न हुआ। यह मंदिर करमाटांड़ के विद्यासागर स्टेशन से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित है।
क्या है बगरुडीह ग्राम की काली पूजा की विशेषता
यहां कृष्णकाली की पूजा होती है। काली की पूजा के लिए किसी पंडित की आवश्यकता नहीं होती है। गांव के ही युवक मिलकर इस पूजा का आयोजन करते हैं। यह कहा जाता है कि गांव के ही श्याम कुमार सेन को किशोरावस्था में स्वपन आया था जिसमें मां द्वारा आदेश मिला कि मंदिर स्थापित कर मेरी पूजा अर्चना की जाय और तब से लगभग 35 वर्षो से ग्रामीणों के सहयोग से मां काली की पूजा अर्चना होती आ रही है। इस सम्बन्ध में श्याम कुमार सेन ने बताया की जामताड़ा माँ चंचला की धरती है . वहां जब जेबीसी स्कूल में मैं अध्यनरत था तभी एक समय ऐसा हुआ की महीनो तक मेरे इर्द गिर्द भजन कीर्तन ,ढाक ढोलक, सुगन्धित वातावरण का अहसास होने लगा जिसके कारण मैं बैचेन रहने लगा। घर आकर सारी बातें अपनी माँ स्वर्गीय प्रभावती देवी को बताया फिर उसी रात मां काली का स्वप्न आया तब समझ आया कि मुझे माँ काली कि पूजा करनी है। उसी महीने मैंने काली पूजा शुरू कि इसके बाद ही मेरी समस्याऐं शांत हुई। तब से लगातार यहाँ काली पूजा हो रही है।















