BHARATTV.NEWS; CHITRA : तुलसी डाबर व जमनीटांड़ वासियों में एसपी माइंस प्रबंधन की नीति के खिलाफ असंतोष गहराने लगा है। शनिवार को 12 सूत्री मांग पत्र विधायक रणधीर सिंह को सौंप कर वहां के लोगों ने अपनी हितों की रक्षा की मांग की है।
कोलियरी प्रबंधन की विस्तार वादी नीति ग्रामीणों को रास नहीं आ रही है। तुलसी डाबर गांव में वन विभाग से हस्तांतरित जमीन पर प्रबंधन ने कोलियरी के विकास और विस्तार पर कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। जिसका प्रत्यक्ष असर यहां के गांव वासियों पर पड़ता नजर आ रहा है। जिस कारण वे गोलबंद होकर उनकी नीति का विरोध करने लगे हैं। गांव वासियों का कहना है कि उनके घरों से एक सौ गज की दूरी पर खदान का संचालन किया जा रहा है। इतना ही नहीं अपना अपना घर खाली करने के लिए दबाव भी बनाया गया है। जबकि खदान विस्तार के पहले उन्हें विस्थापित कर पुनर्वास स्थल पर बसाया जाना चाहिए था। उधर जमुनी टांड विस्थापित स्थल पर रहने वाले लोगों ने बताया कि प्रबंधन उन्हें धमकी दे रही है। यह कह रही है कि निर्धारित माप से अधिक जमीन कब्जा करने वाले, घर आवास खाली करके जमीन वापस कर दें। अन्यथा अवैध कब्जा वाले जमीन पर निर्मित घर तोड़े जाएंगे। जबकि विस्थापितों का कहना है कि बसाने के गौरव बहला-फुसलाकर उन्हें तुलसी डाबर गांव से हटाया गया। वर्तमान समय में प्रबंधन अधिक जमीन कब्जा करने का आरोप लगा रही है। इन्हीं सब मुद्दे को लेकर विधायक से मांग किया कि वे उनके हितों की रक्षा करें। प्रबंधन की निरंकुशता पर अंकुश लगाएं। मौके पर मंगल मरांडी, जिया मरांडी, श्यामसुंदर टुडू, जिया मरांडी, हराधन मरांडी, रंजीत हेंब्रम, दीपक, कृष्णा मरांडी व अन्य मौजूद थे।






