AURANGABAD: दिनांक-25.09.2023 को योजना भवन, समाहरणालय परिसर, औरंगाबाद में उद्योग विभाग द्वारा संचालित योजनाओं यथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP), प्रधानमंत्रीसूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना एवं प्रधानमंत्री बुनकर मुद्रा योजना के लाभुकों को ऋणमेला में शिविर लगाकर ऋण की स्वीकृति एवं भुगतान किया गया। ऋण वितरण शिविर का उद्घाटन महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, अग्रणी बैंक प्रबंधक, वरीय उपसमाहर्ता, द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।शिविर का आयोजन जिला प्रशासन के सौजन्य से जिला उद्योग केन्द्र, औरंगाबाद द्वारा किया गया। शिविर में उद्योग निदेशालय के प्रतिनिधि सहायक निदेशक, सुश्री ज्योति कुमारी, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीयस्टेट बैंक, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक एवं सभी बैंको के जिला समन्वयक, जिला उद्योगकेन्द्र के परियोजना प्रबंधक, मो0 अफ्फान के उपस्थिति में उक्त दोनों योजनाओं के लाभुक को ऋण स्वीकृति / भुगतान किया गया। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत कुल दो करोड़अठ्ठासी लाख इकहत्तर हजार रूपया एवं प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के तहत एक करोड़ उनतीस लाख छियासी हजार सात सौ छब्बीस रूपया कुल-चार करोड़ अठठारह लाख सन्तावन हजार सात सौ छब्बीस रूपया का ऋण वितरण किया गया। इस अवसर पर महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र द्वारा बताया गया कि उक्त दोनों योजना उद्योग विभाग की अति महात्वाकांक्षी योजना है। इस योजना का लाभ लेकर सैकड़ों बेरोजगार युवाओं ने अपना उद्यम स्थापित करके न सिर्फ अपनी जिविका चला रहे हैं बल्कि अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा रहे है। उन्होने लाभुकों से अपील की कि आपसभी पूरी मेहनत के साथ अपना उद्यम स्थापित करें और योजना को सफल बनाये। वरीय ‘उपसमाहर्ता द्वारा उद्यमशीलता के महत्व को बताते हुये सफल उद्यमी बनने की सलाह दी। अग्रणी बैंक प्रबंधक द्वारा दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की इस बात के लिए प्रशंसा कि गई की इस बैंक द्वारा सबसे अधिक ऋण राशि की स्वीकृति ,/ भुगतान किया गया है। इस अवसर पर महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र द्वारा दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक को स्मृति चिन्ह देकर समानित किया गया। शिविर में काफी संख्या में लाभुक सामिल हुये। कार्यक्रम का संचालन उद्योग विस्तार पदाधिकारी अरविन्द कुमार एवं रविन्द्र कुमार रविशंकर द्वारा किया गया।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत चार करोड़ अठठारह लाख का वितरण












