BHARATTV.NEWS: दुमका, 26 जुलाई 2024: पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा संथाल परगना ने अपने आगामी 30 जुलाई के महाधरना को सफल बनाने के लिए एक नवीन पहल की शुरुआत की है। मोर्चा के केंद्रीय कमेटी के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को मसलिया प्रखंड के कुसुमघट्टा गांव में ‘रात्रि चौपाल’ का आयोजन किया, जिसमें सैकड़ों लोगों से महाधरना में भाग लेने की अपील की गई।
मोर्चा ने ग्रामीण क्षेत्रों में ‘रात्रि चौपाल’ के माध्यम से जन-जागरूकता फैलाने की रणनीति अपनाई है। बैठक की अध्यक्षता भीम यादव ने की, जबकि संरक्षक दिवाकर महतो, केंद्रीय अध्यक्ष असीम मंडल और केंद्रीय प्रधान महासचिव डॉ. अमरेन्द्र कुमार यादव ने संबोधित किया। पिछड़ा वर्ग आयोग की 36% आरक्षण की अनुशंसा को लागू करने की मांग प्रमुख है। नेताओं ने पिछड़ा वर्ग के बिखराव और राजनीतिक दलों द्वारा इसका फायदा उठाए जाने की चिंता व्यक्त की। मोर्चा ने क्रमबद्ध तरीके से आंदोलन जारी रखने की रणनीति बनाई है।
कुसुमघट्टा के अलावा, आस्ताजोड़ा गाँव में भी चौपाल का आयोजन किया गया, जिससे मोर्चा की व्यापक पहुंच का पता चलता है। मोर्चा के संरक्षक दिवाकर महतो ने कहा, “झारखंड में पिछड़ा वर्ग बिखरा हुआ है, इसका फायदा राजनीतिक दल के लोग उठा रहे हैं। एकजुटता से ही हमारा हक वापस मिल सकता है।” केंद्रीय प्रधान महासचिव डॉ. अमरेन्द्र कुमार यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “झारखंड में लगातार पिछड़ों का अधिकार छीना जा रहा है। पिछड़ा वर्ग के समर्थन में कोई जनप्रतिनिधि संज्ञान नहीं ले रहा है।”
इस अभियान के माध्यम से मोर्चा न केवल अपने आंदोलन को मजबूती दे रहा है, बल्कि ग्रामीण स्तर पर पिछड़े वर्ग के मुद्दों पर जागरूकता भी फैला रहा है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि 30 जुलाई का महाधरना कितना सफल होता है और इसका क्या प्रभाव पड़ता है।














