पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेलगाम वृद्धि

रूपनारायणपुर संवाददाता। केंद्रीय ट्रेड यूनियन रेलवे, बैंकों और कोयला खदानों सहित राज्य के स्वामित्व वाले उद्योगों के निजीकरण और पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेलगाम वृद्धि के विरोध में श्रमिकों को काम करने के लिए श्रम कानून में संशोधन करने की राक्षसी केंद्रीय नीति के विरोध में एक दिन के लिए बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया गया।

कामरेड प्रणब दत्त और एआईयूटीयूसी के पश्चिम बर्दवान जिला समिति के अन्य लोगों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। सालानपुर थाना क्षेत्र के न्यू मार्केट हटिया के दौरान आसनसोल चित्तरंजन मुख्य मार्ग के किनारे विरोध प्रदर्शन किया गया। मौके पर एआईयूटीयूसी कॉमरेड दीपेन सोम, कॉमरेड प्रदीप बनर्जी, आलोक घोष आदि लोगों ने केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में न्यूमार्केट की सड़कों पर एक क्रमबद्ध मानव श्रृंखला बनाकर विरोध जताया।

अपने आसपास के विज्ञान को फोटो और फिल्म में व्यक्त करने का अवसर
भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी ;प्छै।द्ध एवं विज्ञान और इंजीनियरी अनुसंधान बोर्ड ;ैम्त्ठद्ध द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता का विषय ष्साइंस थ्रू माई आईजष् ;मेरी आँखों से विज्ञानद्ध है
अपने आसपास घटित होने वाली घटनाओं के पीछे कारणों को जानने के लिए अगर आप जिज्ञासु दृष्टिकोण रखते हैं तो एक नया अवसर आपके लिए उपयोगी हो सकता है। ऐसी ही किसी घटना से जुड़े वैज्ञानिक तथ्यों को फोटोध्पेंटिंग या फिर एक मिनट की अवधि की फिल्म के रूप में आप एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए भेज सकते है। भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी ;प्छै।द्ध एवं विज्ञान और इंजीनियरी अनुसंधान बोर्ड ;ैम्त्ठद्ध द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता का विषय ष्साइंस थ्रू माई आईजष् ;मेरी आँखों से विज्ञानद्ध है।
इस प्रतियोगिता का उद्देश्य लोगों को उनके विषय से हटकर अपने आसपास के विज्ञान को देखनेए समझने और उसे प्रोत्साहित करने में मदद करना है। यह माना जा रहा है कि इस प्रतियोगिता की विषयवस्तु समीक्षात्मक दृष्टिए वैज्ञानिक स्वभावए अनुसंधान में रुचि और रचनात्मक क्षमताओं को प्रोत्साहित करने में मददगार हो सकती है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ;डीएसटीद्ध के सांविधिक निकाय एसईआरबी की पहल पर शुरू की गई इस प्रतियोगिता के मुख्य विषय के अंतर्गत कोई भी उपयुक्त उप.विषय चुना जा सकता है। उप.विषयों में प्रयोगशालाए रसोईए खेलए अस्पतालए घर या कार्यस्थल पर विज्ञान शामिल हो सकते हैं। ष्साइंस थ्रू माई आईजष् के अंतर्गत रचना में कोरोना वायरसए स्वस्थ जीवनए भू.विरासतए स्वास्थ्यए आकर्षक स्थान और मुख्य विषय के अंतर्गत आने वाले किसी विषय से संबंधित कार्य शामिल हो सकता है।
डीएसटी सचिवए प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने कहा है कि ष्हर जगह विज्ञान और सभी के लिए विज्ञान के माध्यम से विज्ञान का लोकतंत्रीकरण एक सशक्त विषय हैए जो बड़े पैमाने पर समाज में वैज्ञानिक स्वभाव को विकसित करने में मददगार हो सकता है। यह गुणवत्ताए नवीन ज्ञान की खोज के लिए युवाओं को प्रेरित कर सकता है और विकासए सुरक्षा तथा आत्मनिर्भर भारत की आर्थिक जरूरतों में योगदान दे सकता है।श्
यह प्रतियोगिता केवल भारतीय नागरिकों के लिए है और इसमें शामिल होने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं रखा गया है। प्रतियोगिता तीन वर्गों में आयोजित की जा रही है। पहले वर्ग में किसी भी विषय के पीएचडी छात्र और पोस्ट.डॉक्टरल फेलो शामिल हो सकते हैं। दूसरा वर्ग किसी भी विषय में एमबीबीएसए एमएसए एमडीए एमटेक और एमबीए जैसी पेशेवर डिग्री के लिए पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए है। तीसरे वर्ग के अंतर्गत प्रैक्टिसिंग वैज्ञानिकों के साथ.साथ डॉक्टरए इंजीनियरए तकनीकी कर्मचारीए फिल्म.निर्माताए पैरा.मेडिकल स्टाफ जैसे अन्य पेशेवर शामिल हो सकते हैं।
प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए दो लोगों की टीम भी बनायी जा सकती है। इस प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए प्रविष्टियां 15 जुलाई 2020 तक अकेले या दो व्यक्तियों की टीम के नाम पर भेजी जा सकती है।















