फतेहपुर जामताड़ा , धनेश्वर सिंह :फतेहपुर प्रखण्ड अन्तर्गत पालाजोरी पंचायत में एक मनरेगा योजना से एक तालाब निर्माण कार्य किया गया है जो पूर्ण हो चुका है। इस तालाब निर्माण में लागत 3,83,100 तीन लाख तैरासी हजार एक रूपए दर्शाया गया है। तालाब निर्माण कार्य स्थल पर एक बोर्ड बनाया गया है जो तालाब के बीचों-बीच खड़ा है, उसमें यह लागत राशि अंकित है।
मजे की बात है कि इस तालाब निर्माण कार्य में तालाब की खुदाई और गहराई अधिक से अधिक तीन से चार फीट लगभग दिखाई दे रहा है। इस तालाब निर्माण कार्य की लम्बाई चौड़ाई 100/100 फीट है जो कार्य स्थल पर बनाये गये बोर्ड पर भी अंकित है।

अब सवाल उठता है कि इतनी बड़ी लागत राशि से निर्माण तालाब की खुदाई सिर्फ तीन से चार फीट गहराई खोदने में ही तीन लाख तैरासी हजार रुपये खर्च हो गए हो गये होंगे?
लाभुक सहित ग्रामीण भी जानना चाहते हैं कि क्या सही में यह तालाब निर्माण लागत के अनुसार हुआ है? ग्रामीणों को लगता है कि इस निर्माण कार्य में बहुत बड़ी राशि का बंदरबांट हुआ है। जो जांघ का विषय है।

मनरेगा योजना के तहत इस तालाब पर सवाल इसलिए भी खड़े हो रहे हैं कि इसी पंचायत के इसी गांव में एक तालाब विधायक निधि से मरम्मती कार्य हो रहा है।यह तालाब मरम्मती कार्य की लम्बाई चौड़ाई लगभग उतना ही होगा जितना मनरेगा योजना द्वारा बनाए गए हैं।इस तालाब मरम्मती कार्य की लागत मात्र दो लाख तीस हजार के आसपास बताया जा रहा है। इस तालाब मरम्मती कार्य में खुदाई कार्य लगभग दस फीट गहराई से कम नहीं लगता है। कहां ,2,30,000/ और कहां 3,83,100/ तागत से कार्य किए गये में अंतर है।साफ साफ दिखाई देता है कि विधायक निधि से मरम्मती तालाब कार्य गुणवत्तापूर्ण है। वहीं मनरेगा योजना से तालाब निर्माण कार्य में अनियमितताएं दिखाई दे रही है।जो जांच का विषय बनता है।
विधायक निधि से मरम्मती तालाब कार्य को देख कर लाभुक और ग्रामीणों में संतोष है। वहीं मनरेगा योजना से तालाब निर्माण कार्य से लाभुक और ग्रामीण भी नाखुश हैं













